25 लाख रुपये का इनामी माओवादी कैडर प्रभाकर राव गिरफ्तार-
25 लाख रुपये का इनामी माओवादी कैडर प्रभाकर राव गिरफ्तार-
Kanker News – छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है। 25 लाख रुपये का इनामी माओवादी कैडर प्रभाकर राव को गिरफ्तार किया गया है, जो 40 वर्षों से कई राज्यों में सक्रिय था.कांकेर जिले में पुलिस ने 25 लाख रुपये के इनामी सीनियर माओवादी कैडर प्रभाकर उर्फ बालमूरी नारायण राव को गिरफ्तार किया है। वह पिछले चार दशक से माओवादी संगठन में सक्रिय था और कई राज्यों में नक्सली गतिविधियों में शामिल था।
प्रभाकर राव की भूमिका और कार्य-
पश्चिम बंगाल, ओडिशा, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में माओवादी संगठन के प्रमुख नेताओं के करीबी सहयोगी प्रभाकर राव थे। वह उत्तर सब जोनल ब्यूरो की लॉजिस्टिक्स सप्लाई और मोबाइल पॉलिटिकल स्कूल (MOPOS) टीम का प्रभारी था। 1984 में प्रभाकर राव ने माओवादी संगठन में पार्टी सदस्य के रूप में शामिल होकर 40 वर्षों से सक्रिय रहे और कई क्षेत्रों में नक्सल गतिविधियों को अंजाम दिया।
पुलिस ने बताया कि कांकेर जिले में पिछले कुछ दिनों से सीपीआई (माओवादी) संगठन के उत्तर बस्तर सब जोनल ब्यूरो के सीनियर माओवादी कैडर प्रभाकर राव की गैरकानूनी और प्रतिबंधित गतिविधियां हो रही हैं। समाचार की पुष्टि के बाद 22 दिसंबर को कांकेर जिले के अंतागढ़ थाना क्षेत्र में प्रभाकर राव उर्फ बालमूरी नारायण राव, 57 वर्ष, को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार माओवादी प्रभाकर राव जगित्याल जिले के बीरपुर गांव का रहने वाला है। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है और आगे की कार्रवाई की जाती है।
2024 में 884 माओवादी कैडरों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई है, पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) बस्तर रेंज सुंदरराज पी. ने बताया। उनका कहना था कि प्रभाकर राव उर्फ बालमूरी नारायण राव की गिरफ्तारी पुलिस की नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता है।
Prabhakar राव का नक्सली संगठन में इतिहास-
1984 से नक्सल पार्टी में शामिल हो गया और 1984 से 1994 तक विभाजित राज्य आन्ध्रप्रदेश में माओवादी संगठन में सक्रिय था
1995-1997 तक बालाघाट (मध्यप्रदेश) में सक्रिय, 1998-2005 तक उत्तर बस्तर, कोयलीबेड़ा क्षेत्र में सक्रिय, 2005-2007 तक DKSZC सप्लाई टीम और शहरी नेटवर्क में सक्रिय, 2007-2008 तक मानपुर-मोहला क्षेत्र में सक्रिय, 2008 से 2024 तक DKSZC सप्लाई एवं MOPOS (मोबाईल पॉलेटिकल स्कूल) का प्रभारी