मासुलपानी पंचायत को मिलेगा राष्ट्रीय ‘जल पुरस्कार’
जल संरक्षण के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली कांकेर जिले की मासुलपानी ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
छत्तीसगढ़ – जल संरक्षण के क्षेत्र में विशेष योगदान देने वाली कांकेर जिले की मासुलपानी ग्राम पंचायत को राष्ट्रीय जल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान 22 अक्टूबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु द्वारा दिया जाएगा।
श्रेष्ठ पंचायत श्रेणी में दूसरा स्थान
मासुलपानी पंचायत को जल संरक्षण के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ पंचायतों की श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने 14 अक्टूबर को 5वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की, जिसमें मासुलपानी सहित 38 अन्य विजेताओं को अलग-अलग श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा।
जल संरक्षण के लिए पंचायत के प्रयास
कांकेर जिले की मासुलपानी ग्राम पंचायत ने जल संरक्षण के क्षेत्र में कई नवाचारी कदम उठाए हैं। यहां 161 जल शेड संरचनाएं बनाई गई हैं, जिनमें 99 फार्म तालाब शामिल हैं। इसके अलावा, पंचायत ने 2023 में ब्रशवुड, सामुदायिक तालाब डी-सिल्टिंग, कुएं, भूमिगत बांध और गेबियन जैसी संरचनाओं का भी निर्माण किया है। इन प्रयासों की बदौलत ग्राम पंचायत ने जल संरक्षण और इसके समुचित उपयोग की दिशा में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं।
आदिवासी बहुल क्षेत्र
मासुलपानी पंचायत में लगभग 90% आबादी अनुसूचित जनजाति की है, और इस ग्राम पंचायत का क्षेत्रफल 1429 हेक्टेयर है। पंचायत ने सतही जल का उपयोग सिंचाई के लिए शुरू किया है, जो जल संरक्षण में उनके नवाचारों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।