रायपुर में रेलवे अधिकारियों पर बरसे विधायक राजेश मूणत, बोले- ‘अटकाने, लटकाने और भटकाने’ की है नीति
रायपुर में रेलवे अधिकारियों पर बरसे विधायक राजेश मूणत, बोले- 'अटकाने, लटकाने और भटकाने' की है नीति

रायपुर, 21 जून 2025: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रेलवे सुविधाओं को लेकर विधायक राजेश मूणत ने दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे, बिलासपुर के महाप्रबंधक से मुलाकात कर नाराजगी जाहिर की है। मूणत ने रेलवे अधिकारियों पर समस्याओं को ‘अटकाने, लटकाने और भटकाने’ की नीति अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने यात्रियों की सुविधा और विभिन्न परियोजनाओं को लेकर 11 सूत्रीय मांग पत्र महाप्रबंधक को सौंपा और जल्द समाधान की मांग की।
मूणत ने अपनी मांगों में सबसे पहले तेलीबांधा नाका से प्लेटफॉर्म नंबर 7 तक अंडरपास के निर्माण का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि यह अंडरपास यात्रियों की सुविधा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिससे उन्हें प्लेटफॉर्म तक पहुंचने में आसानी होगी। इसके साथ ही, उन्होंने प्लेटफॉर्म नंबर 1 के बाहर खराब पार्किंग व्यवस्था पर भी चिंता व्यक्त की। मूणत ने बेहतर सुरक्षा और उचित प्रबंधन के साथ पार्किंग व्यवस्था में सुधार की मांग की, ताकि यात्रियों को असुविधा न हो।
इसके अलावा, विधायक ने खमतराई गेट LC417 पर अंडरब्रिज के निर्माण, RV-1 से गुढ़ियारी की ओर एक नई वैकल्पिक पहुंच मार्ग के निर्माण और डूमरतालाब LC421 पर एक फुट ओवरब्रिज के निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। ये सभी परियोजनाएं शहर में यातायात के दबाव को कम करने और लोगों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
मूणत ने कैवल्यधाम तक सड़क निर्माण की अनुमति, रायपुर रेलवे स्टेशन पर दो लिफ्टों के काम को पूरा करने और प्रेरणा एक्सप्रेस को रायपुर से शुरू करने की मांग भी रखी। उन्होंने कोरबा-यशवंतपुर एक्सप्रेस को सप्ताह में पांच दिन संचालित करने, केंदी में एक विस्तृत कोचिंग डिपो को मंजूरी देने और अमानाका अंडरब्रिज के उचित रखरखाव पर भी जोर दिया।
राजेश मूणत ने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार और रेलवे प्रशासन के बीच सहयोग आवश्यक है ताकि इन परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा सके और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने रेलवे अधिकारियों से इन मांगों पर गंभीरता से विचार करने और प्राथमिकता के आधार पर काम करने का आग्रह किया। मूणत ने चेतावनी दी कि यदि इन समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो वे जनता के साथ मिलकर आंदोलन करने पर विवश होंगे। उनकी इस मुलाकात से रायपुर में रेलवे सुविधाओं में सुधार की उम्मीदें बढ़ गई हैं।