दिल्ली पुलिस ने हाल ही में एक बड़े मोबाइल चोर गैंग का पर्दाफाश किया है, जो दिल्ली से चोरी किए गए मोबाइल फोन को बांग्लादेश में ऊंची कीमतों पर बेचते थे। पुलिस ने इस गैंग के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनसे सैकड़ों की संख्या में चोरी के मोबाइल बरामद हुए हैं। यह गैंग दिल्ली से मोबाइल चुराकर उन्हें पश्चिम बंगाल के माध्यम से बांग्लादेश में तस्करी करता था, जहां इनकी बिक्री अवैध ग्रे मार्केट में होती थी।
दिल्ली से चोरी कर बांग्लादेश में बेचते थे फोन
पुलिस के मुताबिक, इस गिरोह के तीन सदस्य – मोरजेन हुसैन (35), मिठू शेख (28), और मोहम्मद असिक (26) को गिरफ्तार किया गया है। इन आरोपियों की गिरफ्तारी से दिल्ली में मोबाइल चोरी के 10 मामलों का खुलासा हुआ है। पुलिस ने बताया कि उनके पास से 60 हाई-वैल्यू मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनकी कुल कीमत लाखों रुपये है।
कैसे हुआ गिरोह का पर्दाफाश?
दिल्ली पुलिस उपायुक्त राकेश पावरिया ने जानकारी दी कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि तीन संदिग्ध बड़ी संख्या में चोरी के मोबाइल फोन के साथ दिल्ली के न्यू सीमापुरी इलाके में हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक विशेष टीम बनाई और तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से बरामद हुए मोबाइल फोन यह साबित करते हैं कि ये गैंग एक बड़े पैमाने पर तस्करी में शामिल था।
बांग्लादेश में होता था मोबाइल फोनों का सौदा
जांच के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे चोरी किए गए मोबाइल फोन पश्चिम बंगाल के माध्यम से बांग्लादेश भेजते थे, जहां ये फोन ऊंची कीमतों पर बेचे जाते थे। मोहम्मद असिक इन फोनों की डिलीवरी लेने के लिए आया था, और अब तक इस गैंग ने करीब 800 से 900 मोबाइल फोन बांग्लादेश में सप्लाई किए हैं।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
आरोपी मोरजेन हुसैन पहले से ही अपराधी था। उसे एनआईए ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर पाकिस्तान से प्राप्त नकली भारतीय नोटों की तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल से बाहर आने के बाद, उसने चोरी के मोबाइल फोन का धंधा शुरू कर दिया और फिर से अपराध की दुनिया में लौट आया।