छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय का तोहफा: नवा रायपुर में खुलेगा अत्याधुनिक परिसर-

छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय का तोहफा: नवा रायपुर में खुलेगा अत्याधुनिक परिसर-

रायपुर, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ राज्य को फॉरेंसिक विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मिलने जा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने आगामी छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (National Forensic Science University – NFSU) के अत्याधुनिक परिसर का भूमि पूजन करेंगे, जिससे राज्य में अपराध अनुसंधान और वैज्ञानिक न्याय प्रणाली को नई दिशा मिलेगी। यह महत्वपूर्ण कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस विज़न का हिस्सा है, जिसके तहत देश में एक मजबूत, पारदर्शी और साक्ष्य-आधारित आपराधिक न्याय प्रणाली स्थापित की जा रही है।

स्थान और लागत: नवा रायपुर में 40 एकड़ भूमि पर इस महत्वाकांक्षी विश्वविद्यालय परिसर का निर्माण किया जा रहा है। इसकी अनुमानित लागत लगभग ₹350 करोड़ है, हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में भविष्य में अत्याधुनिक भवन के लिए ₹400-500 करोड़ तक के विस्तार की योजना भी बताई गई है।

उद्घाटन और शैक्षणिक सत्र की शुरुआत: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 22 और 23 जून को अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान विश्वविद्यालय के स्थायी परिसर का भूमि पूजन करेंगे। उम्मीद है कि इसी शैक्षणिक सत्र से विश्वविद्यालय में कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। इसके लिए, गृह मंत्री द्वारा एक ट्रांजिट कैंपस का भी उद्घाटन किया जाएगा। यह बताया गया है कि फिलहाल गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (GEC), रायपुर के परिसर से कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है, जब तक कि नया भवन बनकर तैयार नहीं हो जाता।

महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम और प्रवेश प्रक्रिया: राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ में फॉरेंसिक विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्रदान करने वाले पाठ्यक्रम उपलब्ध होंगे। प्रारंभिक चरण में तीन प्रमुख पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू की गई है:

  • एमएससी फॉरेंसिक साइंस (M.Sc. Forensic Science)
  • एमएससी डिजिटल फॉरेंसिक एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी (M.Sc. Digital Forensic & Information Security)
  • प्रोफेशनल डिप्लोमा इन क्राइम सीन मैनेजमेंट (Professional Diploma in Crime Scene Management)

इन सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए स्नातक की योग्यता आवश्यक है। छात्रों को अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित नेशनल फॉरेंसिक एडमिशन टेस्ट (NFAT) देना होगा। प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 18 मार्च, 2025 से शुरू हुई थी और आवेदन भरने की अंतिम तिथि 5 मई, 2025 थी। प्रवेश परीक्षा 7 और 8 जून, 2025 को आयोजित की गई है, और परिणाम 23 जून, 2025 को घोषित किए जाएंगे। मेरिट सूची राज्य स्तर पर तैयार की जाएगी, जिससे छत्तीसगढ़ के युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने के बेहतरीन अवसर मिलेंगे।

नए कानूनों में फॉरेंसिक विज्ञान का महत्व: हाल ही में लागू किए गए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), भारतीय न्याय संहिता (BNS) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) जैसे नए आपराधिक कानूनों में फॉरेंसिक विज्ञान की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण हो गई है। भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 176(3) के तहत, सात वर्ष से अधिक की सजा वाले प्रकरणों में फॉरेंसिक साइंस एक्सपर्ट द्वारा जांच अनिवार्य कर दी गई है। राष्ट्रीय फॉरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय का यह नया परिसर इन आवश्यकताओं को पूरा करने और देश में प्रशिक्षित फॉरेंसिक विशेषज्ञों की कमी को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

गृह मंत्री का अन्य कार्यक्रम: विश्वविद्यालय के उद्घाटन के अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अपने छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान कई अन्य प्रशासनिक बैठकों की अध्यक्षता भी करेंगे। वह शहीद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरिपुंजे के परिवार से भी मुलाकात करेंगे, जो सुकमा के कोंटा क्षेत्र में एक आईईडी विस्फोट में शहीद हो गए थे। साथ ही, वे बस्तर में सैनिकों से भी मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाएंगे।

यह विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ को फॉरेंसिक शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में अग्रणी राज्यों में से एक बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा। यह युवाओं को बेहतरीन अवसर प्रदान करेगा और अपराध जांच क्षमताओं को सशक्त करेगा।

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