छत्तीसगढ़ में कुदरत का कहर: ओलावृष्टि से सड़कों पर जमी बर्फ की चादर, किसानों को भारी नुकसान
छत्तीसगढ़ में कुदरत का कहर: ओलावृष्टि से सड़कों पर जमी बर्फ की चादर, किसानों को भारी नुकसान

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही – छत्तीसगढ़ में मौसम ने अचानक करवट ली, जिससे गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में तेज बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। ओलावृष्टि इतनी जबरदस्त थी कि सड़कों पर बर्फ की मोटी चादर बिछ गई, जिससे लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली, लेकिन किसानों के लिए मुसीबत खड़ी हो गई।
तेज हवाओं के साथ हुई बारिश के कारण गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के तापमान में 10 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने पहले ही बलौदाबाजार, बेमेतरा, धमतरी, गरियाबंद, महासमुंद और रायपुर जिलों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया था।
ओलावृष्टि के कारण सड़कों पर बर्फ की चादर बिछ गई, जिससे कई स्थानों पर यातायात भी प्रभावित हुआ। लोग अपने घरों से बाहर निकलकर इस अप्रत्याशित मौसम का नजारा देखने लगे। कई लोगों ने इस घटना के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा किए।
हालांकि, इस बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसलें, जैसे गेहूं, चना, और सब्जियां पूरी तरह से बर्बाद हो गई हैं। किसानों को अब सरकार से मुआवजे की उम्मीद है।
पिछले 24 घंटों में, दुर्ग में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान जगदलपुर में 21.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में भी राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।