छत्तीसगढ़ में नक्सली साजिश नाकाम, 45 किलो IED बरामद और डिफ्यूज
नक्सली मुठभेड़ों में बढ़ती कार्रवाई के चलते बौखलाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए एक बड़ी साजिश रची थी।

बस्तर, छत्तीसगढ़: नक्सली मुठभेड़ों में बढ़ती कार्रवाई के चलते बौखलाए नक्सलियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए एक बड़ी साजिश रची थी। बीजापुर जिले में चेरपाल-पालनार मार्ग पर 45 किलो का आईईडी (IED) बिछाया गया था, जिसे सुरक्षाबलों ने बरामद कर सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया।
कैसे नाकाम हुई नक्सली साजिश?
मिली जानकारी के अनुसार, CRPF की 222 वाहिनी की टीम पालनार कैंप से एरिया डॉमिनेशन ड्यूटी पर निकली थी। ड्यूटी से वापसी के दौरान जवानों ने चेरपाल-पालनार मार्ग पर संदिग्ध गतिविधियां देखीं। सतर्कता बरतते हुए टीम ने इलाके की जांच की और 45 किलो वजनी आईईडी का पता लगाया।
सुरक्षित तरीके से किया डिफ्यूज
बम डिस्पोजल स्क्वॉड (BDS) बीजापुर और CRPF 222 वाहिनी की BD टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर IED को निष्क्रिय किया। IED को कमांड स्वीच सिस्टम से जोड़ा गया था, जिसका कंट्रोल लगभग 150 मीटर की दूरी पर था। अगर समय रहते इसे निष्क्रिय नहीं किया जाता, तो यह एक बड़ा हादसा बन सकता था।
जवानों की सतर्कता ने बचाई जान
सुरक्षाबलों की सतर्कता और सूझबूझ से एक बड़े हादसे को टाल दिया गया। बीजापुर जैसे नक्सल प्रभावित इलाकों में जवानों की मुस्तैदी से आम नागरिकों और सुरक्षाबलों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है।