नेहरू और गांधी परिवार अमेरिका के आगे नतमस्तक थे…’ निशिकांत दुबे के इस दावे पर कांग्रेस का पलटवार
नेहरू और गांधी परिवार अमेरिका के आगे नतमस्तक थे…' निशिकांत दुबे के इस दावे पर कांग्रेस का पलटवार

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने एक बार फिर नेहरू-गांधी परिवार पर बड़ा हमला बोला है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। दुबे ने अपने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर 1978 के कुछ दस्तावेजों की तस्वीरें साझा करते हुए दावा किया है कि नेहरू और गांधी परिवार अमेरिका के सामने झुके हुए थे। उन्होंने एक डॉक्यूमेंट प्रस्तुत किया है, जिसमें 1960 के दशक के दौरान भारत में अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआईए) की गतिविधियों के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
निशिकांत दुबे के अनुसार, हिमालय की ऊंचाइयों पर चीनी परमाणु हथियारों के परीक्षण पर नजर रखने के लिए कथित तौर पर दो परमाणु ऊर्जा से चलने वाले निगरानी उपकरण लगाए गए थे। उन्होंने विशेष रूप से जिक्र किया कि इनमें से एक प्लूटोनियम युक्त उपकरण नंदा देवी नदी के पास था, जो गंगा नदी का उद्गम स्थल है और लाखों हिंदुओं के लिए एक पवित्र स्थान है। दुबे ने यह भी आरोप लगाया कि ये सभी कार्य भारत सरकार की जानकारी के बिना किए गए थे। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या केदारनाथ आपदा, तीस्ता नदी की बाढ़ और गंगोत्री-यमुनोत्री के पिघलते ग्लेशियरों का संबंध 1960 में नंदा देवी पर्वत शिखर से गायब हुए अमेरिकी परमाणु उपकरण से है।
इस दावे पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत ने निशिकांत दुबे पर निशाना साधते हुए कटाक्ष किया कि उन्हें भारतीय पुरातत्व विभाग (एएसआई) में जाना चाहिए, क्योंकि वहां उनकी भूमिका अधिक महत्वपूर्ण होगी। भगत ने कहा कि हमें भविष्य की बातों पर ध्यान देना चाहिए, जबकि कुछ लोग ‘नेहरू और गांधी फोबिया’ से ग्रस्त हैं और केवल पुरानी बातों को खोदने में लगे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर निशिकांत दुबे एएसआई में शामिल होते हैं, तो वे अपने दायित्वों का बेहतर निर्वहन कर सकते हैं।