सावन के पहले दिन काशी विश्वनाथ में उमड़ा भक्तों का सैलाब, मां अन्नपूर्णा को चढ़ाए गए पुष्प
सावन के पहले दिन काशी विश्वनाथ में उमड़ा भक्तों का सैलाब, मां अन्नपूर्णा को चढ़ाए गए पुष्प

वाराणसी: शिव भक्तों के लिए पावन सावन मास का आज पहला दिन है, और इस शुभ अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु सुबह से ही लंबी कतारों में खड़े दिखाई दिए, हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से पूरी काशी नगरी गुंजायमान हो गई।
वीआईपी दर्शन पर लगी रोक
सावन के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने वीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी है। यह नियम आज यानी 11 जुलाई से लागू हो गया है और 9 अगस्त तक जारी रहेगा। अब सभी भक्तों को सामान्य कतार में लगकर ही बाबा के दर्शन करने होंगे, जिससे सभी को समान रूप से दर्शन का अवसर मिल सके।
सुरक्षा और सुविधाओं के व्यापक इंतजाम
श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए मंदिर प्रशासन और जिला प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। मंदिर के विभिन्न प्रवेश द्वारों, जैसे गेट-4, नंदू फेरिया, सिल्को, धुंडिराज और सरस्वती फाटक से भक्तों को प्रवेश दिया जा रहा है। गंगा द्वार से भी प्रवेश की व्यवस्था है, लेकिन गंगा का जलस्तर बढ़ने पर ललिता घाट से प्रवेश बंद हो सकता है।
भीड़ को नियंत्रित करने और भक्तों को धूप-बारिश से बचाने के लिए धाम क्षेत्र में जर्मन हैंगर और शेड लगाए गए हैं। पीने के पानी और ओआरएस की भी व्यवस्था की गई है। पांच जगहों पर मेडिकल टीमें और दो एम्बुलेंस (एक एडवांस लाइफ सपोर्ट के साथ) तैनात हैं। इसके अतिरिक्त, छह खोया-पाया केंद्र भी बनाए गए हैं, जहां बहुभाषी कर्मचारी ड्यूटी पर रहेंगे। पूरे धाम में पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम लगाया गया है, जिससे भक्तों को महत्वपूर्ण सूचनाएं दी जा सकें।
मां अन्नपूर्णा को चढ़ाए गए पुष्प
सावन के पहले दिन बाबा विश्वनाथ के दर्शन के साथ-साथ मां अन्नपूर्णा के मंदिर में भी भक्तों का तांता लगा रहा। भक्तों ने मां अन्नपूर्णा को पुष्प अर्पित कर सुख-समृद्धि और अन्न-धन की कामना की। मान्यता है कि मां अन्नपूर्णा की पूजा करने से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती।
शिवभक्ति में डूबी काशी
सावन का पहला सोमवार होने के कारण भक्तों का उत्साह चरम पर था। वाराणसी की सड़कें केसरिया रंग में रंगी दिखाई दीं, क्योंकि बड़ी संख्या में कांवड़िये भी बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे थे। मंगला आरती के बाद जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, भक्तों का हुजूम बाबा का जलाभिषेक करने के लिए उमड़ पड़ा। मंदिर प्रशासन के अनुसार, सुबह से ही लाखों श्रद्धालु बाबा के दर्शन कर चुके हैं और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
इस पावन अवसर पर, काशी नगरी पूरी तरह से शिवभक्ति में लीन नजर आ रही है। प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं से भक्तों को सुगम दर्शन हो रहे हैं, जिससे उनकी आस्था और भी प्रबल हो रही है।