ऑपरेशन सिंदूर: मसूद अजहर के 14 परिजन और करीबी मारे गए, आतंकी सरगना ने कहा – काश मैं भी मारा जाता
ऑपरेशन सिंदूर: मसूद अजहर के 14 परिजन और करीबी मारे गए, आतंकी सरगना ने कहा – काश मैं भी मारा जाता

Terrorist Masood Azhar Family Killed – भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की कार्रवाई में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। इस सैन्य अभियान के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए एयरस्ट्राइक में आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के 14 परिजन और करीबी सहयोगी मारे गए। इनमें उसके परिवार के 10 सदस्य और 4 विश्वस्त सहयोगी शामिल हैं, जो जैश की आतंकी गतिविधियों को रणनीतिक और लॉजिस्टिक समर्थन देते थे।
भारतीय वायुसेना की सटीक रणनीति और आधुनिक हथियारों के इस्तेमाल से जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित मुख्यालय को पूरी तरह तबाह कर दिया गया। यहीं मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य और संगठन से जुड़े सीनियर ऑपरेटर मौजूद थे। एयरस्ट्राइक इतनी तीव्र और लक्षित थी कि आतंकी नेटवर्क को दोबारा खड़ा करना अब उनके लिए बेहद मुश्किल हो जाएगा।
खबरों के अनुसार, इस भारी क्षति के बाद मसूद अजहर ने खुद बयान दिया कि “काश, मैं भी मारा जाता।” यह बयान उसकी मानसिक स्थिति और भारतीय हमले की तीव्रता को दर्शाता है। लंबे समय से भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा मसूद अजहर अब खुद को असहाय महसूस कर रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर, जो कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में अंजाम दिया गया, भारत की सैन्य और रणनीतिक क्षमता का स्पष्ट प्रमाण बन गया है। इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के ठिकानों को भी निशाना बनाया गया। कुल मिलाकर इस अभियान में लगभग 90 आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है।
भारतीय सेना की यह निर्णायक और सटीक कार्रवाई यह साबित करती है कि भारत अब आतंकवाद को लेकर कोई नरमी नहीं बरतने वाला। देश की सुरक्षा, जनता की रक्षा और आतंक के खिलाफ कठोर संदेश देने के लिए भारत किसी भी हद तक जा सकता है। ऑपरेशन सिंदूर न केवल सैन्य सफलता है, बल्कि यह कूटनीतिक और मनोवैज्ञानिक रूप से भी दुश्मन पर भारी पड़ा है।