बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में आगामी धान खरीदी सीजन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। कलेक्टर दीपक सोनी के दिशा-निर्देश में इस साल 14 नवंबर से शुरू होने वाली धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक चलेगी। इस बार जिले के 1,67,787 पंजीकृत किसान समर्थन मूल्य पर अपना धान बेच सकेंगे, जो पिछले साल की तुलना में 6,970 अधिक है।
प्रशिक्षण और दिशा-निर्देश
धान खरीदी केंद्रों के नोडल अधिकारियों को अंतिम प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान उनके दायित्व और कर्तव्यों की विस्तृत जानकारी दी गई। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे खरीदी के समय पूरे केंद्र पर नजर रखें और खरीदी की प्रक्रिया उनके समक्ष ही शुरू और समाप्त हो। अपर कलेक्टर की उपस्थिति में खाद्य अधिकारी अमित शुक्ला ने राज्य सरकार के दिशा-निर्देश साझा किए।
धान खरीदी केंद्र और प्रबंधन
इस वर्ष जिले में कुल 166 धान खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर पंजीकृत किसानों से ही धान की खरीदी होगी, और उन्हें टोकन जारी करने में सीमांत और लघु किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। इलेक्ट्रॉनिक कांटा-बांट से धान का तौल होगा और एक बोरे में 40 किलोग्राम धान भरा जाएगा।
धान की गुणवत्ता और नमी
प्रशिक्षण में अधिकारियों को बताया गया कि खरीदी के लिए धान में 17% से अधिक नमी मान्य नहीं होगी। निम्न श्रेणी के धान का मिश्रण अधिकतम 6% तक, डेमेज और डिस्कलर 5%, अधपका और सिकुड़ा हुआ धान 3%, बाह्य पदार्थ और कार्बनिक सामग्री 1% तक स्वीकार्य होंगे।
नोडल अधिकारियों की जिम्मेदारी
राजस्व विभाग के पटवारी और कृषि विभाग के आरएईओ को इस बार नोडल अधिकारी बनाया गया है। सभी तहसीलदारों को अपने क्षेत्रों का निरीक्षण कर कलेक्टर को रिपोर्ट देना अनिवार्य होगा। गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षा और बारदाना प्रबंधन
धान की ढेरी के लिए स्टेक प्लान तैयार किया गया है और बारदाना व्यवस्था के तहत पुराने और नए बारदानों का आधा-आधा उपयोग होगा। उपार्जन केंद्रों पर धान के सुरक्षित भंडारण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।