
बीजापुर, 26 मई 2025 — छत्तीसगढ़ के दूरदराज और पहले माओवाद प्रभावित रहे पामेड़ क्षेत्र में विकास की एक नई शुरुआत हुई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज वर्चुअल माध्यम से पामेड़ में छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक की एक नई शाखा का उद्घाटन किया। इस बैंक शाखा के शुरू होने से अब इस क्षेत्र के हजारों ग्रामीणों को बैंकिंग सेवाओं के लिए सैकड़ों किलोमीटर दूर नहीं जाना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने उद्घाटन के दौरान कहा कि पामेड़ जैसे पिछड़े क्षेत्रों में बैंक शाखा की स्थापना केवल एक सुविधा नहीं, बल्कि भरोसे और विकास का प्रतीक है। उन्होंने विशेष रूप से माताओं और बहनों से संवाद करते हुए कहा कि अब उन्हें योजनाओं की राशि पाने के लिए लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एक और बड़ी घोषणा करते हुए बताया कि क्षेत्र में 50 सीटों वाला नया आदिवासी कन्या आश्रम शुरू कर दिया गया है। करीब 1.62 करोड़ रुपये की लागत से बने इस आश्रम से क्षेत्र की बेटियों को शिक्षा से जोड़ने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है।
पामेड़ में अब पोषण पुनर्वास केंद्र की स्थापना भी की जा रही है ताकि कुपोषित बच्चों को इलाज के लिए दूर-दराज न जाना पड़े। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से अपील की कि वे समय पर बच्चों को केंद्र तक लाएं और सरकार की इस पहल का लाभ उठाएं।
सड़क और परिवहन सुविधा को लेकर भी मुख्यमंत्री ने बड़ी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तालपेरू नदी पर धर्मावरम पुल का निर्माण तेज़ी से चल रहा है। इसके बन जाने के बाद बीजापुर तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं रहेगी, जिससे समय और संसाधन दोनों की बचत होगी।
इसके साथ ही पामेड़ से बीजापुर के बीच अब सीधी बस सेवा भी शुरू हो गई है, जिससे ग्रामीण सुबह जाकर शाम को वापस लौट सकते हैं। इस सुविधा ने न सिर्फ लोगों की दिनचर्या को आसान बनाया है, बल्कि व्यापार और अन्य गतिविधियों को भी गति दी है।
कार्यक्रम के अंत में ‘सुशासन तिहार’ के तहत एक समाधान शिविर का आयोजन भी किया गया, जहां ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर उनका तत्काल समाधान किया गया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर यह दोहराया कि सरकार का लक्ष्य है कि अंतिम व्यक्ति तक शासन की पहुंच हो और विकास का लाभ सभी को मिले।