पद्मश्री तीजन बाई से स्वास्थ्य मंत्री ने की मुलाकात, 5 लाख की आर्थिक मदद की घोषणा
पंडवानी गायिका पद्मश्री तीजन बाई आर्थिक और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने उनसे मुलाकात कर 5 लाख की मदद की। जानिए उनकी कला और योगदान के बारे में।
छत्तीसगढ़ के भिलाई में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रसिद्ध पंडवानी गायिका और पद्म पुरस्कारों से सम्मानित तीजन बाई से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। इस अवसर पर मंत्री ने मुख्यमंत्री की ओर से उनके लिए 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता का चेक सौंपते हुए कहा कि सरकार उनकी हरसंभव मदद करेगी।
आर्थिक संकट से जूझ रहीं तीजन बाई
तीजन बाई, जिन्हें पंडवानी गायन के लिए पद्मश्री, पद्म भूषण, और पद्म विभूषण से नवाजा गया है, वर्तमान में स्वास्थ्य और आर्थिक समस्याओं से जूझ रही हैं। उन्हें पिछले 8 महीनों से पेंशन नहीं मिल रही है, जिससे उनके इलाज में आर्थिक दिक्कतें आ रही हैं। पैरालिसिस और 2023 में छोटे बेटे की मृत्यु के बाद उनकी स्थिति और भी खराब हो गई है।
मदद के लिए सरकार के पास गुहार
तीजन बाई के परिजनों ने बताया कि सांस्कृतिक विभाग से मिलने वाली पेंशन और चिकित्सा सहायता भी समय पर नहीं मिल रही है। छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध कलाकारों को मासिक 2000 रुपये पेंशन और चिकित्सा सहायता के लिए 25,000-50,000 रुपये मिलते हैं, लेकिन तीजन बाई इस सुविधा से भी वंचित हैं।
पंडवानी की शान: तीजन बाई का योगदान
पंडवानी गायन में अपने विशेष अंदाज से तीजन बाई ने छत्तीसगढ़ के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी पहचान बनाई। दुशासन वध के प्रसंग का उनका पावरफुल प्रदर्शन आज भी लोकप्रिय है।
अंतरराष्ट्रीय पहचान
1980 में तीजन बाई ने सांस्कृतिक राजदूत के रूप में इंग्लैंड, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, जर्मनी, टर्की, माल्टा, साइप्रस, रोमानिया, और मॉरीशस जैसे देशों का दौरा किया।
तीजन बाई को मिले पुरस्कार और सम्मान
- 1988 – पद्मश्री
- 1995 – संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार
- 2003 – पद्म भूषण
- 2007 – नृत्य शिरोमणि सम्मान
- 2019 – पद्म विभूषण
- 2017 – खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय से डी.लिट
- जापान का फुकोका पुरस्कार