परभणी हिंसा: अंबेडकर स्मारक पर हमले से ‘संविधान’ पर राजनीति गरमाई, पुलिस का लाठीचार्ज और आरोपी गिरफ्तार
महाराष्ट्र के परभणी जिले में अंबेडकर स्मारक पर तोड़फोड़ की घटना ने हिंसक मोड़ ले लिया, जिससे पूरे शहर में तनाव फैल गया। ‘संविधान’ से जुड़े इस प्रतीकात्मक स्मारक को नुकसान पहुंचाने के प्रयास के बाद गुस्साई भीड़ ने सड़कों पर उग्र प्रदर्शन किया। बुधवार (11 दिसंबर) को बुलाए गए बंद के दौरान आगजनी, तोड़फोड़, और हिंसक झड़पें सामने आईं।
पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। मुख्य आरोपी सोपन दत्ताराव पवार को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिसने स्मारक की संविधान प्रतिकृति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की थी। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपी को सख्त सजा देने की मांग की, जिससे तनाव और बढ़ गया।
हिंसा और पुलिस कार्रवाई
बंद के दौरान, भीड़ ने दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया और पत्थरबाजी की। कई इलाकों में स्थिति इतनी खराब हो गई कि पुलिस को बड़े पैमाने पर बल प्रयोग करना पड़ा। शहर में कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की और आरोपियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।
आरोपी पर आरोप और गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, 45 वर्षीय सोपन दत्ताराव पवार ने मंगलवार को रेलवे स्टेशन के पास अंबेडकर स्मारक में लगी संविधान प्रतिकृति को तोड़ने का प्रयास किया। गुस्साई भीड़ ने उसे पकड़कर पीटा, लेकिन पुलिस ने समय रहते उसे गिरफ्तार कर लिया। स्थानीय लोगों ने आरोपी को फांसी देने की मांग की है, जिससे माहौल और गर्म हो गया।
परभणी में भारी तनाव
घटना के विरोध में बुलाए गए बंद ने हिंसा का रूप ले लिया। भीड़ ने शहर के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी, तोड़फोड़ और हिंसक गतिविधियां कीं। प्रशासन ने पूरे परभणी में भारी पुलिस बल तैनात किया है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।