पेरिस ओलंपिक के 12वें दिन भारत के हाथ से फिसले 3 मेडल
निराशाजनक प्रदर्शन का दिन
पेरिस ओलंपिक में बुधवार (7 अगस्त) को भारत के लिए निराशाजनक दिन रहा, जब भारतीय एथलीट्स के हाथ से 3 मेडल फिसल गए। पहले रेसलिंग में विनेश फोगाट अयोग्य घोषित हुईं, फिर वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू और अंत में 3,000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले ने निराश किया। अब तक भारत ने पेरिस ओलंपिक में कुल 3 मेडल जीते हैं, जो सभी शूटिंग में आए हैं।
रेसलिंग में विनेश फोगाट की अयोग्यता
रेसलिंग में विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किया गया, जिससे भारत को पहला झटका लगा। इस निर्णय ने भारतीय दल की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू का संघर्ष
वेटलिफ्टिंग में भारत की स्टार महिला एथलीट मीराबाई चानू ने क्लीन एंड जर्क के अपने तीसरे और आखिरी प्रयास में 114 किलोग्राम वजन उठाने में असफल रहीं। उन्होंने दूसरे प्रयास में 111 किलोग्राम वजन उठाया, लेकिन यह मेडल जीतने के लिए पर्याप्त नहीं था।
स्टीपलचेज में अविनाश साबले का प्रदर्शन
पुरुषों की 3,000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले ने 8:14.18 मिनट में अपनी रेस पूरी की और 11वें स्थान पर रहे। इस रेस में मोरक्को के सूफयान अल बक्काली ने 8:06.05 मिनट में अपनी रेस पूरी कर गोल्ड जीता।
भारतीय टीम के लिए निराशा भरा दिन
पेरिस ओलंपिक के 12वें दिन भारत के हाथ से 3 मेडल फिसल गए। पहले रेसलिंग में विनेश फोगाट अयोग्य घोषित हुईं, फिर वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू और अंत में 3,000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले ने निराश किया।
मीराबाई चानू का प्रदर्शन
स्नैच राउंड
मीराबाई ने स्नैच के पहले प्रयास में 85 किलोग्राम वजन उठाया और दूसरे प्रयास में 88 किलोग्राम वजन उठाने में असफल रहीं। तीसरे प्रयास में उन्होंने 88 किलोग्राम वजन उठाया और संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहीं।
क्लीन एंड जर्क राउंड
क्लीन एंड जर्क राउंड में मीराबाई ने पहले प्रयास में 111 किलोग्राम वजन उठाया, लेकिन तीसरे और आखिरी प्रयास में 114 किलोग्राम वजन उठाने में असफल रहीं।
अविनाश साबले का प्रदर्शन
स्टीपलचेज रेस
3,000 मीटर स्टीपलचेज में अविनाश साबले ने 8:14.18 मिनट में अपनी रेस पूरी की और 11वें स्थान पर रहे। मोरक्को के सूफयान अल बक्काली ने 8:06.05 मिनट में अपनी रेस पूरी कर गोल्ड जीता।