कोंडागांव में पटवारी के भूमि घोटाले से हड़कंप: जांच पूरी, लेकिन कार्रवाई लंबित
कोंडागांव में पटवारी के भूमि घोटाले से हड़कंप: जांच पूरी, लेकिन कार्रवाई लंबित

CG NEWS – छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में पटवारी महावीर हिडको से जुड़े एक बड़े भूमि घोटाले पर प्रकाश डालती है। मुख्य मुद्दा हिडको द्वारा राजस्व मामलों में की गई गंभीर अनियमितताओं और धोखाधड़ी वाली गतिविधियों से संबंधित है, जिस पर न केवल अपने निर्धारित क्षेत्र में काम करने बल्कि अन्य पटवारी क्षेत्रों में भी अतिक्रमण करने का आरोप है।
महावीर हिडको के खिलाफ मुख्य आरोपों में धोखाधड़ी से भूमि का नामांतरण, सरकारी भूमि का अवैध विभाजन और किसान पत्रों जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ शामिल है। जिला कलेक्टर द्वारा 8 दिसंबर, 2023 को गठित एक संयुक्त जांच समिति ने 13 दिसंबर को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें पुष्टि की गई कि हिडको ने कई पटवारी क्षेत्रों में गलत प्रविष्टियां करने के लिए अपनी आईडी का दुरुपयोग किया।
हरवेल गांव के लक्ष्मण, जो उजागर के बेटे हैं, का एक प्रमुख मामला सामने आया है। उनके 12.07 एकड़ जमीन को धोखाधड़ी से उनके मृत बेटे, भद्रु, की घोषित कर दिया गया था, जिसने बाद में बैंक ऋण प्राप्त करने के लिए जमीन गिरवी रख दी। लेख में कहा गया है कि यदि यह नामांतरण रद्द किया जाता है, तो ऋण का पुनर्भुगतान एक जटिल मुद्दा बन सकता है, जिससे बैंक, खाताधारक और सरकार प्रभावित होंगे। धोखाधड़ी के अन्य उदाहरणों में बलेन्गा गांव में वास्तविक भूमि के बिना भूमि शीर्षक जारी करना शामिल है, जिससे सीसी ऋणों के माध्यम से सरकारी धान की खरीद हुई, और विभिन्न पटवारी सर्किलों (हलका संख्या 6, 7, 9, 12, 15, 20, और 22) में धोद्रा, बदबत्तर, पलना, अमगांव और गहरी जैसे क्षेत्रों में व्यापक अनियमितताएं।
जांच में इन गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि होने के बावजूद, लेख इस बात पर जोर देता है कि पटवारी महावीर हिडको के खिलाफ कोई ठोस प्रशासनिक कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे हंगामा हो रहा है और न्याय में देरी को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं। लेख में यह भी उल्लेख किया गया है कि ‘भुइयां’ पोर्टल पर अभी भी गलत जानकारी प्रदर्शित हो रही है और भारत माला परियोजना में भूमि छेड़छाड़ के कारण सरकार को मुआवजे के नुकसान की संभावना है।