प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख बेगम खालिदा जिया के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। खालिदा जिया, जो लंबे समय से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही थीं, के निधन की खबर मिलने के बाद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया और आधिकारिक माध्यमों के जरिए अपनी संवेदनाएं प्रकट कीं।
पीएम मोदी का संदेश: शांति की प्रार्थना
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संदेश में कहा कि बेगम खालिदा जिया का निधन न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि बांग्लादेश के राजनीतिक परिदृश्य के लिए भी एक बड़ी क्षति है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और उनके शोकाकुल परिवार तथा बांग्लादेश की जनता के प्रति अपनी सहानुभूति जताई। पीएम मोदी ने पड़ोसी देश के साथ भारत के गहरे रिश्तों को याद करते हुए इस दुख की घड़ी में साथ खड़े होने की बात कही।
एक प्रमुख राजनीतिक सफर का अंत
बेगम खालिदा जिया बांग्लादेश के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं और कई दशकों तक बांग्लादेश की राजनीति के केंद्र में रहीं। उनके कार्यकाल के दौरान भारत और बांग्लादेश के संबंधों में कई महत्वपूर्ण मोड़ आए। उनके निधन को दक्षिण एशियाई राजनीति के एक बड़े युग का अंत माना जा रहा है।
कूटनीतिक शिष्टाचार और संवेदनाएं
भारत और बांग्लादेश के बीच हमेशा से ही करीबी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह संदेश इसी ‘पड़ोसी पहले’ (Neighbor First) की नीति और कूटनीतिक शिष्टाचार को दर्शाता है। खालिदा जिया के निधन के बाद बांग्लादेश में उनके समर्थकों और राजनीतिक हलकों में शोक की लहर है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी इस संबंध में औपचारिक संवेदना व्यक्त की है, जिसमें दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता के साझा लक्ष्यों पर जोर दिया गया है।