छत्तीसगढ़

दिल्ली भाजपा के सांसदों और विधायकों संग PM मोदी की तीन घंटे मैराथन बैठक: जनसेवा, सुशासन और जमीनी जुड़ाव पर जोर-

दिल्ली भाजपा के सांसदों और विधायकों संग PM मोदी की तीन घंटे मैराथन बैठक: जनसेवा, सुशासन और जमीनी जुड़ाव पर जोर-

नई दिल्ली, 12 जून, 2025। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार शाम अपने आधिकारिक आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सभी सांसदों और विधायकों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। लगभग तीन घंटे तक चली इस मैराथन बैठक में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी मौजूद थीं। यह मुलाकात दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री के साथ विधायकों और सांसदों की पहली विस्तृत और गहन बातचीत थी, जिसका मुख्य एजेंडा दिल्ली के लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने और संगठन को मजबूत करने पर केंद्रित रहा।

दिल्ली के विकास और सुशासन पर चर्चा

बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने ‘विकसित दिल्ली’ के अपने दृष्टिकोण को साकार करने पर विशेष बल दिया। उन्होंने दिल्ली के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के तरीकों पर व्यापक चर्चा की, जिसमें स्वच्छ हवा, स्वच्छ जल और यमुना नदी की सफाई जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल थे, जो भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में प्रमुखता से शामिल थे। सूत्रों के अनुसार, बैठक में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सरकार के पहले 100 दिनों के रिपोर्ट कार्ड की भी समीक्षा की गई। प्रधानमंत्री ने सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और प्रभावी शासन सुनिश्चित करने पर जोर दिया। उन्होंने केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों के बीच ‘ट्रिपल-इंजन’ मॉडल के तहत समन्वित प्रयास करने का आह्वान किया, ताकि दिल्ली के विकास को गति मिल सके।

नेताओं को आचरण और संगठन के लिए पीएम का मंत्र

प्रधानमंत्री मोदी ने विधायकों और सांसदों को व्यक्तिगत आचरण, सार्वजनिक पहुंच और जनता के साथ वास्तविक जुड़ाव (‘व्यवहार’ और ‘लोकाचार’) के महत्व पर महत्वपूर्ण सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि उन्हें जनता के बीच रहना चाहिए, अपनी छवि सुधारनी चाहिए और संगठन के लिए विशेष रूप से काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने अनावश्यक रूप से सरकारी अधिकारियों से विवाद से बचने और उनके साथ सहयोग करने का सुझाव दिया, यह कहते हुए कि अधिकारियों के साथ मिलकर काम करने से ही बेहतर परिणाम मिलेंगे। उन्होंने नेताओं से अपनी व्यक्तिगत अखंडता और विनम्रता बनाए रखने का भी आग्रह किया।

प्रधानमंत्री ने लगभग 15 विधायकों से व्यक्तिगत रूप से बात की और विभिन्न मुद्दों पर सवाल पूछे, जिससे बैठक का माहौल सहज और खुला रहा। उन्होंने सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करने और अपने क्षेत्रों में किए गए कार्यों को जनता तक पहुंचाने की भी सलाह दी। मोदी ने विधायकों को यह सोचने के लिए प्रोत्साहित किया कि दिल्ली में भाजपा 27 साल तक सत्ता से बाहर क्यों रही और उन कारणों को दूर करने के लिए सामूहिक रूप से काम करने का आह्वान किया।

बैठक का राजनीतिक महत्व

यह बैठक दिल्ली में भाजपा की हालिया चुनावी सफलता के बाद एक रणनीतिक कदम के रूप में देखी जा रही है। इसका उद्देश्य न केवल निर्वाचित प्रतिनिधियों को मार्गदर्शन प्रदान करना था, बल्कि संगठन के भीतर एकजुटता और उद्देश्य की भावना को मजबूत करना भी था। भाजपा नेताओं ने इस मुलाकात को ‘प्रतीकात्मक और उत्सवपूर्ण’ क्षण बताया, जो दिल्ली को एक मॉडल राजधानी में बदलने की पार्टी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button