प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना: संतोष कुमार ढीमर की प्रेरक कहानी
धमतरी के संतोष कुमार ढीमर ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से अपने फल व्यवसाय को बढ़ाया। जानें, कैसे उन्होंने योजना का लाभ उठाकर अपने परिवार को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया।
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कुरुद, धमतरी। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने कई छोटे व्यवसायियों को आत्मनिर्भर बनने का अवसर प्रदान किया है। इसी योजना का लाभ लेकर धमतरी जिले के नगर पंचायत कुरुद निवासी संतोष कुमार ढीमर ने अपने जीवन को नई दिशा दी। 40 वर्षीय संतोष, जो फल का ठेला चलाते हैं, पहले आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे, लेकिन अब वे अपने परिवार का भरण-पोषण अच्छे से कर पा रहे हैं।
लॉकडाउन के दौरान संघर्ष और नई शुरुआत
लॉकडाउन के दौरान संतोष की आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब हो गई थी। परिवार का पालन-पोषण करना कठिन हो गया था। ऐसे में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने उन्हें एक नई शुरुआत करने का मौका दिया। नगर पंचायत कार्यालय से योजना की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने आवेदन किया और ₹10,000 का आसान ऋण प्राप्त किया।
दूसरे चरण का लाभ और आय में वृद्धि
- पहले चरण के ऋण से उन्होंने अपने फल व्यवसाय का विस्तार किया।
- समय पर ऋण चुकाने के बाद उन्हें योजना के तहत दूसरा ऋण ₹20,000 मिला।
- अब उनकी दैनिक आय ₹700-₹1,000 तक पहुंच गई है, जो पहले ₹200-₹300 के बीच थी।
संतोष की अपील
संतोष कुमार कहते हैं,
“प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना ने मेरे जैसे छोटे व्यवसायियों को आत्मनिर्भर बनने का मौका दिया। मैं हर छोटे व्यापारी से अपील करता हूं कि वे इस योजना का लाभ उठाएं और अपने सपनों को साकार करें।”
योजना से प्रेरणा
यह कहानी न केवल संतोष के जीवन में आए बदलाव को दर्शाती है, बल्कि अन्य छोटे व्यापारियों के लिए प्रेरणा भी है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना से लाभ उठाकर छोटे व्यापारी अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते हैं और आर्थिक रूप से सशक्त बन सकते हैं।