DMF घोटाले पर छत्तीसगढ़ में गरमाई सियासत: विजय शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना
DMF घोटाले पर छत्तीसगढ़ में गरमाई सियासत: विजय शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर साधा निशाना

रायपुर, 21 जून 2025: छत्तीसगढ़ में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) घोटाले को लेकर राजनीतिक सरगर्मी एक बार फिर तेज हो गई है। यह विवाद पिछली सरकार के कार्यकाल में कथित रूप से हुए घोटाले से जुड़ा है। इस बार चिंगारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के एक सोशल मीडिया पोस्ट से उठी, जिसमें उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट साझा करते हुए इस घोटाले पर सवाल उठाए थे।
दिग्विजय सिंह के ट्वीट के बाद, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर उनकी ही पार्टी, यानी भूपेश बघेल सरकार के दौरान हुई कथित गलतियों और भ्रष्टाचार को उजागर करने का आरोप लगाया। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि दिग्विजय सिंह अनजाने में ही सही, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों पर अपनी मुहर लगा रहे हैं। विजय शर्मा ने दिग्विजय सिंह के ट्वीट को भूपेश बघेल सरकार की “लूट” पर मुहर लगाने जैसा बताया।
इस पूरे घटनाक्रम में एक और दिलचस्प मोड़ तब आया जब पूर्व उप मुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने शुरुआत में दिग्विजय सिंह के पोस्ट को साझा किया, लेकिन बाद में उसे हटा दिया। सिंहदेव के इस कदम से अटकलों का बाजार और गर्म हो गया है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि क्या सिंहदेव ने गलती से वह पोस्ट शेयर किया था, या फिर किसी आंतरिक दबाव के चलते उन्हें उसे हटाना पड़ा।
उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने वर्तमान भाजपा सरकार की पारदर्शिता और ईमानदारी के प्रति प्रतिबद्धता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है और किसी भी तरह की गड़बड़ी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। शर्मा ने कांग्रेस शासन के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार और वर्तमान सरकार के सुशासन के दावों के बीच एक स्पष्ट अंतर खींचने की कोशिश की।
यह मामला दिखाता है कि DMF घोटाला छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक संवेदनशील मुद्दा बना हुआ है, और आने वाले समय में इस पर और भी राजनीतिक बयानबाजी देखने को मिल सकती है। भाजपा इस मुद्दे को कांग्रेस पर हमला बोलने के लिए एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही है, जबकि कांग्रेस इस पर अपनी सफाई देने की कोशिश कर रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह राजनीतिक खींचतान आगे क्या मोड़ लेती है।