प्रोफेसर डॉ. मंजू सिंह बनीं इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की नई कुलपति, संगीत शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लिया संकल्प
प्रोफेसर डॉ. मंजू सिंह बनीं इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय की नई कुलपति, संगीत शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का लिया संकल्प

खैरागढ़, छत्तीसगढ़ — छत्तीसगढ़ के प्रतिष्ठित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय को एक नया नेतृत्व मिला है। राज्यपाल एवं कुलाधिपति विष्णु देव साय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, प्रोफेसर डॉ. मंजू सिंह को विश्वविद्यालय की नई कुलपति नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल आगामी तीन वर्षों के लिए निर्धारित किया गया है।
डॉ. मंजू सिंह संगीत एवं ललित कला के क्षेत्र में एक अनुभवी और समर्पित शिक्षाविद् मानी जाती हैं। वे इससे पहले उत्तर प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में संगीत विभाग में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थीं और उन्होंने शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। संगीत शिक्षा, शोध और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने में उनकी गहरी रुचि रही है।
अपनी नियुक्ति के बाद डॉ. सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वे विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण संगीत शिक्षा, नवाचार और पारंपरिक कला के संरक्षण के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि छात्र-छात्राओं को वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा के योग्य बनाना और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों के साथ आधुनिक दृष्टिकोण को जोड़ना उनकी प्राथमिकता होगी।
इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, जो कि एशिया का एकमात्र संगीत और ललित कला विश्वविद्यालय माना जाता है, को इस नई नियुक्ति से एक सशक्त नेतृत्व की उम्मीद है। विश्वविद्यालय के प्राध्यापक, छात्र, और स्थानीय सांस्कृतिक संगठनों ने इस निर्णय का स्वागत किया है और विश्वास जताया है कि डॉ. मंजू सिंह के मार्गदर्शन में संस्थान नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा।
संगीत जगत से जुड़े विशेषज्ञों का मानना है कि डॉ. सिंह का अनुभव विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नई पहचान दिलाने में सहायक सिद्ध होगा। उनकी नेतृत्व क्षमता और दूरदर्शिता से आने वाले समय में विश्वविद्यालय में शैक्षणिक गुणवत्ता, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और अनुसंधान के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिलेंगे।