PRSU परीक्षा समय परिवर्तन पर विवाद, प्राचार्यों के बीच मतभेद
पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) ने वार्षिक परीक्षा 2025 के समय में बदलाव किया है, जिससे प्राचार्यों में मतभेद हो गया है। जानिए नया परीक्षा शेड्यूल, कॉलेजों की वित्तीय मांग और नकल रोकने के लिए मोबाइल पर सख्ती।
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रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय (PRSU) में होने वाली वार्षिक परीक्षा 2025 के समय में बदलाव को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा परीक्षा की नई समय-सारिणी जारी किए जाने के बाद प्राचार्यों के बीच दो राय बन गई है। कुछ प्राचार्य देर शाम परीक्षा समाप्त होने से असहमत हैं, जबकि कुछ इसे प्रथम सेमेस्टर की कक्षाओं के लिए फायदेमंद मान रहे हैं।
परीक्षा समय में बदलाव, जानिए क्या है नया शेड्यूल
पहले जारी की गई परीक्षा समय-सारिणी के अनुसार:
प्रथम पाली: सुबह 8:00 बजे से 11:00 बजे तक
द्वितीय पाली: दोपहर 1:00 बजे से 4:00 बजे तक
लेकिन अब परीक्षा समय में संशोधन किया गया है:
प्रथम पाली: सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे तक
द्वितीय पाली: दोपहर 3:00 बजे से 6:00 बजे तक
इसके अलावा, 10:00 बजे से 3:00 बजे तक कोई परीक्षा आयोजित नहीं होगी, ताकि इस दौरान प्रथम सेमेस्टर की कक्षाएं संचालित की जा सकें।
प्राचार्यों की राय बंटी, विरोध और समर्थन दोनों
बैठक में कई प्राचार्यों ने परीक्षा समय परिवर्तन का विरोध किया। उनका तर्क था कि परीक्षा देर शाम खत्म होने से उत्तरपुस्तिकाओं की पैकिंग और अन्य प्रशासनिक कार्यों में देरी होगी। इसके विपरीत, कुछ प्राचार्यों ने इस बदलाव को प्रथम सेमेस्टर के छात्रों के हित में बताया, क्योंकि इससे कक्षाओं के संचालन के लिए पर्याप्त समय मिल सकेगा।
सेमेस्टर प्रणाली से बढ़ा परीक्षा खर्च, कॉलेजों ने की एडवांस फंड की मांग
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP-2020) के तहत वार्षिक परीक्षा प्रणाली को समाप्त कर सेमेस्टर परीक्षा प्रणाली लागू कर दी गई है। इससे महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को अब साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित करनी पड़ रही हैं, जिससे परीक्षा का खर्च भी लगभग दोगुना हो गया है।
PRSU प्रशासन परीक्षा आयोजन के लिए महाविद्यालयों को वित्तीय सहायता प्रदान करता है, लेकिन कॉलेजों ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए एडवांस फंड की मांग की है, ताकि परीक्षा संचालन में किसी प्रकार की समस्या न हो।
परीक्षा में नकल रोकने के लिए मोबाइल पर सख्ती
हर साल बड़ी संख्या में छात्रों के मोबाइल फोन परीक्षा कक्ष से नकल सामग्री के रूप में जब्त किए जाते हैं। इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन के पास मोबाइल वापस करने की सिफारिशों की बाढ़ आ जाती है, जिसमें छात्र विभिन्न कारणों का हवाला देते हैं, जैसे कि:
मोबाइल में अध्ययन सामग्री होना
आवश्यक संपर्क नंबर और निजी जानकारी होना
PRSU प्रशासन ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल चेकिंग को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए हैं। अब परीक्षा के दौरान नकल सामग्री के रूप में मोबाइल का इस्तेमाल रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।