विनेश फोगाट के गांव पहुंचे पंजाब सीएम भगवंत मान, कुश्ती संघ पर उठाए सवाल
पंजाब सीएम का विरोध और बयान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विनेश फोगाट के गांव का दौरा करते हुए कुश्ती संघ और ओलंपिक प्रबंधन पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि भारत को विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफिकेशन का मजबूती से विरोध करना चाहिए था। मान ने कहा कि अगर विज्ञापनों में यूक्रेन के युद्ध को रुकवाने की बात की जाती है, तो इस मामले में क्यों नहीं विरोध हुआ।
विनेश फोगाट का डिस्क्वालिफिकेशन
विनेश फोगाट, जिन्होंने ओलंपिक में गोल्ड राउंड के लिए क्वालिफाई किया था, 50 किलोग्राम वर्ग में खेल रही थीं। लेकिन उनका वजन 100 ग्राम अधिक होने के कारण उन्हें खेल से डिस्क्वालिफाई कर दिया गया। भगवंत मान ने इस पर कहा कि विनेश का वजन मैनेज करना कोच का काम है, न कि खुद विनेश का।
कुश्ती संघ की जिम्मेदारी पर सवाल
भगवंत मान ने भारतीय कुश्ती संघ पर सवाल उठाते हुए कहा कि संघ ने कोई अर्जी क्यों नहीं दी और इसका विरोध क्यों नहीं किया। उन्होंने कहा कि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की चीफ को भी कुछ कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। मान ने कहा कि विनेश फोगाट के कोच को इस बात का दुख होगा कि उनकी स्टूडेंट गोल्ड मेडल से चूक गई।
विरोध और जिम्मेदारी की बात
भगवंत मान ने कहा कि भारत को विनेश फोगाट के डिस्क्वालिफिकेशन का विरोध पहले करना चाहिए था। उन्होंने कहा कि विज्ञापन में बोलते हैं कि मोदी जी ने यूक्रेन के युद्ध रुकवा दिया, तो इस मामले में विरोध क्यों नहीं किया गया। मान ने कुश्ती संघ की जिम्मेदारी तय करने की बात भी उठाई और कहा कि लड़कियों को अपने मेडल को गंगा में बहाने पर मजबूर होना पड़ा था।
साजिश के सवाल पर मान की प्रतिक्रिया
भगवंत मान ने साजिश के सवाल पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे किसी भी साजिश के बारे में कुछ नहीं कहेंगे, लेकिन यह स्पष्ट किया कि संघ और प्रबंधन को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए थी।