रायपुर में मौसम पूर्वानुमान के लिए कलर डॉप्लर राडार तैयार, बारिश की सटीक जानकारी अब जल्द
रायपुर कृषि विश्वविद्यालय परिसर में 10 करोड़ की लागत से कलर डॉप्लर राडार स्थापित किया जा रहा है। यह राडार 300 किमी क्षेत्र में बारिश और मौसम पूर्वानुमान की जानकारी महज 3-5 मिनट में देगा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम पूर्वानुमान को और सटीक और तेज बनाने के लिए कृषि विश्वविद्यालय परिसर में लगभग 10 करोड़ की लागत से कलर डॉप्लर राडार स्थापित किया जा रहा है। यह राडार आसमान की हलचल और बारिश की सटीक जानकारी महज तीन से पांच मिनट में उपलब्ध कराएगा। राडार का काम अंतिम चरण में है और अगले तीन से चार महीनों में इसे सक्रिय कर दिया जाएगा।
तीन सौ किलोमीटर क्षेत्र कवर करेगा राडार
30 मीटर ऊंचाई वाले इस राडार से लगभग 300 किलोमीटर के दायरे का कवरेज होगा। विशेषज्ञों के अनुसार, अभी किसी मौसम रिपोर्ट को तैयार करने में करीब 30 मिनट लगते हैं, लेकिन राडार चालू होने के बाद यह प्रक्रिया महज कुछ मिनटों में पूरी हो सकेगी। इसका विशेष उपयोग बारिश के मौसम में होगा, जब किसी क्षेत्र में बारिश के पूर्वानुमान को लेकर तेजी और सटीकता आवश्यक होती है।
बस्तर क्षेत्र को मिलेगा लाभ
बस्तर जैसे अतिभारी बारिश वाले क्षेत्रों में इस राडार का उपयोग विशेष रूप से किया जाएगा। इससे भारी बारिश के कारण होने वाले नुकसान को रोकने और अलर्ट जारी करने में मदद मिलेगी।
राडार के लिए जगह चयन में आई दिक्कतें
भारत मौसम विभाग और कृषि विश्वविद्यालय के बीच इस राडार के लिए दो साल पहले एमओयू हुआ था। शुरुआती स्थान चयन में दिक्कतों के कारण प्रोजेक्ट में देरी हुई। लालपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र में इसे स्थापित करने का प्रयास किया गया था, लेकिन घनी आबादी और पानी की टंकी के कारण इसे रद्द कर दिया गया। माना एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही में बाधा की आशंका के चलते वहां भी यह योजना रद्द हुई। अंततः कृषि विश्वविद्यालय परिसर को इसके लिए चुना गया।
स्टाफ और सुविधाएं तैयार
राडार लगाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। इंटरनेट और अन्य मूलभूत सुविधाएं स्थापित की जा रही हैं। जल्द ही राडार संचालन के लिए मौसम विशेषज्ञ और अन्य स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी।