बागी नेता आकाश तिवारी की कांग्रेस में वापसी, निर्दलीय पार्षद चुनाव जीतने के बाद हुई स्वीकारोक्ति
बागी नेता आकाश तिवारी की कांग्रेस में वापसी, निर्दलीय पार्षद चुनाव जीतने के बाद हुई स्वीकारोक्ति

RAIPUR NEWS – रायपुर, 19 मार्च 2025: कांग्रेस के निष्कासित नेता आकाश तिवारी ने पार्टी में वापसी की है, जिनकी पार्टी से निकासी के बाद राजनीति में काफी हलचल मची थी। आकाश तिवारी ने पार्षद चुनाव में टिकट न मिलने पर कांग्रेस से बगावत की और निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। उन्होंने रायपुर नगर निगम चुनाव में शानदार जीत दर्ज की, जो कांग्रेस के लिए एक बड़ा धक्का साबित हुआ था। अब, एक बागी नेता के रूप में उनकी वापसी ने पार्टी में एक नई ऊर्जा का संचार किया है।
कांग्रेस में उनकी वापसी के मौके पर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पीसीसी चीफ दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। इस अवसर पर आकाश तिवारी ने कहा, “मेरे लिए कांग्रेस पार्टी हमेशा से एक सम्मानजनक स्थान रही है। अब जब मुझे पार्टी में फिर से स्वीकार किया गया है, तो मैं कांग्रेस की नीतियों और दृष्टिकोण के साथ मिलकर काम करूंगा।”
आकाश तिवारी की राजनीति में यह वापसी एक महत्वपूर्ण मोड़ है, क्योंकि उन्होंने पहले पार्टी से टिकट न मिलने पर निर्दलीय चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में अपनी जीत साबित की थी। यह कांग्रेस के लिए एक कड़ी चुनौती थी, क्योंकि आकाश की जीत ने पार्टी नेतृत्व को यह समझने पर मजबूर कर दिया कि उन्हें पार्टी के भीतर सशक्त और समर्पित नेताओं की आवश्यकता है।
आकाश तिवारी की वापसी पर सचिन पायलट ने कहा कि उनके अनुभव से पार्टी को बहुत फायदा होगा। वहीं, दीपक बैज ने आकाश तिवारी के कार्यों और योगदान को स्वीकार करते हुए कहा कि उनका पार्टी में पुनः स्वागत किया जाता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि तिवारी अपनी वापसी के बाद पार्टी के लिए और खासकर आगामी चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने यह भी कहा कि आकाश तिवारी की वापसी से पार्टी को न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि प्रदेश स्तर पर भी मजबूती मिलेगी। उनका राजनीतिक अनुभव और जनसंपर्क पार्टी को आगामी चुनावों में और अधिक प्रभावी बना सकता है।
इस बीच, आकाश तिवारी की बागी प्रवृत्तियों को लेकर पार्टी में हलचल बनी रही, लेकिन अब पार्टी नेतृत्व ने उन्हें एक नई जिम्मेदारी देने की योजना बनाई है। यह भी देखना दिलचस्प होगा कि वे अपनी वापसी के बाद किस प्रकार पार्टी के विकास और संगठन के लिए काम करते हैं। उनके द्वारा किए गए कार्य और उनकी रणनीतियां पार्टी के लिए कितनी लाभकारी साबित होंगी, यह आने वाले समय में स्पष्ट होगा।
आखिरकार, आकाश तिवारी की कांग्रेस में वापसी ने इस बात को साबित कर दिया है कि कांग्रेस में अंदरूनी मतभेदों के बावजूद एकता और समर्पण की अहमियत है, और पार्टी के भीतर हमेशा बदलाव और सुधार की संभावना बनी रहती है।