बांग्लादेश हिंसा: हजारों प्रदर्शनकारी पीएम हाउस में घुसे, पीएम शेख हसीना ढाका छोड़ा भारत के लिए रवाना
ढाका: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल जारी है। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत के लिए रवाना हो गई हैं। उनके साथ उनकी बहन भी हैं। शेख हसीना के बेटे ने सुरक्षाबलों से तख्तापलट प्रयासों को नाकाम करने का आग्रह किया है। देशभर में सेना तैनात कर दी गई है और कर्फ्यू लागू है।
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बांग्लादेश के बढ़ते हालातो को देखते हुए शेख हसीना ने अभी-अभी प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है
मिलिट्री आर्मी की सुरक्षा मे ढाका स्थित किसी गुप्त जगह पहुंच गई है l#SeikhHasina #BangladeshViolence#Bangladesh #ResignSeikhHasina pic.twitter.com/lL8X9tNH72— Shailesh Verma (@shaileshvermasp) August 5, 2024
पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंसा भड़क रही है। प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की अफवाहें चल रही हैं। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में दाखिल हो गए हैं।
शेख हसीना का भारत रवाना होना: ढाका ट्रिब्यून के मुताबिक, शेख हसीना भारत के लिए रवाना हो गई हैं। उनके साथ उनकी बहन भी हैं। शेख हसीना के बेटे ने सुरक्षाबलों से तख्तापलट प्रयासों को नाकाम करने का आग्रह किया है। ढाका सहित देशभर में सेना तैनात है और कर्फ्यू लागू है।
सेना प्रमुख का संबोधन और प्रदर्शनकारियों की मौत: सेना चीफ जनरल वकार-उज-जमान देश को संबोधित कर सकते हैं। हजारों प्रदर्शनकारी ढाका के शाहबाग चौराहे पर इकट्ठा हुए थे। रविवार की हिंसा में 100 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें 19 पुलिसकर्मी शामिल हैं।
प्रदर्शनकारियों का आक्रोश: छात्रों ने प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सविनय अवज्ञा आंदोलन की घोषणा की। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग मारे गए हैं। पुलिस ने बल प्रयोग किया, इंटरनेट पर बैन लगा दिया और अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लागू कर दिया है।
सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली का विरोध: प्रदर्शनकारी 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री का बयान: शेख हसीना ने प्रदर्शनकारी छात्रों को आतंकवादी करार दिया है। उन्होंने सख्ती से निपटने के आदेश दिए हैं और देशभर में तीन दिन के सार्वजनिक अवकाश का ऐलान किया है।