कवर्धा में जादू-टोने के शक में बेटे-बहू की पिटाई, पुलिस कार्रवाई पर सवाल
कवर्धा के लालपुर खुर्द गांव में जादू-टोने के शक में सास-ससुर ने बहू और बेटे की पिटाई कर दी। पुलिस की मामूली कार्रवाई से साहू समाज में नाराजगी।
कवर्धा, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले के पंडरिया थाना क्षेत्र के लालपुर खुर्द गांव में जादू-टोने के शक में बेटा-बहू के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। सास-ससुर ने अपनी बहू पर जादू-टोना करने का आरोप लगाकर उसकी और बेटे की पिटाई की। पीड़ित बेटे और बहू ने इस घटना की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, लेकिन मामूली धाराओं के तहत कार्रवाई किए जाने से समाज के लोग नाराज हो गए हैं।
पीड़ित बहू संतोषी साहू के सास-ससुर का मानना है कि वह जादू-टोना करती है, जिससे परिवार के सदस्य बीमार रहते हैं। इसी अंधविश्वास के चलते परिवार में लंबे समय से विवाद चल रहा था। 15 सितंबर को यह विवाद इतना बढ़ गया कि सास-ससुर ने अपनी बहू संतोषी की जमकर पिटाई कर दी। जब संतोषी का पति रुपेश साहू बीच-बचाव करने आया, तो उसे भी बेरहमी से पीटा गया।
संतोषी और उसके पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ काउंटर मामला दर्ज करते हुए मामूली धाराओं के तहत कार्रवाई की। उचित कार्रवाई न होने से साहू समाज के लोग नाराज हैं। गुरुवार की रात बड़ी संख्या में साहू समाज के लोग एसपी कार्यालय पहुंचे और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। हालांकि, एसपी से मुलाकात नहीं हो पाई और कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर ग्रामीणों को लौटा दिया।
मारपीट में घायल संतोषी और रुपेश को ग्रामीणों द्वारा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। समाज के लोगों ने पुलिस से मांग की है कि इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि ऐसे अंधविश्वासी और हिंसक घटनाओं पर रोक लग सके
छत्तीसगढ़ में हाल के दिनों में जादू-टोने के शक में हिंसक घटनाओं की बाढ़ आ गई है। राज्य में अंधविश्वास और जादू-टोने के नाम पर हो रही मारपीट और हत्या की घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। पुलिस और प्रशासन के लिए यह एक गंभीर चुनौती बनता जा रहा है।
साहू समाज और स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि जादू-टोने के नाम पर होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून और जागरूकता की आवश्यकता है। इस तरह के मामलों में उचित कार्रवाई न होने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।