सुकमा में EOW और ACB की बड़ी कार्रवाई: तेंदूपत्ता बोनस घोटाले में कई ठिकानों पर छापा
छत्तीसगढ़ के सुकमा और कोंटा में तेंदूपत्ता बोनस घोटाले को लेकर EOW और ACB की टीम ने कई प्रबंधकों के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

लीलाधर राठी, सुकमा।
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में एक बार फिर आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) की संयुक्त टीम ने बड़ी छापेमारी की है। सुकमा और कोन्टा इलाकों में तेंदूपत्ता प्रबंधन से जुड़े बोनस घोटाले की जांच के सिलसिले में एक साथ चार ठिकानों पर दबिश दी गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कोन्टा में मोहम्मद शरीफ के निवास पर कार्रवाई चल रही है, जहां अधिकारियों द्वारा पूछताछ भी जारी है। इसके अलावा पूर्व विधायक मनीष कुंजाम समेत कई अन्य तेंदूपत्ता प्रबंधकों के घरों पर भी छापेमारी की गई है।
सूत्रों की मानें तो सुकमा जिले में यह अब तक की सबसे बड़ी EOW-ACB की कार्रवाई मानी जा रही है। तेंदूपत्ता बोनस वितरण में अनियमितताओं को लेकर पहले से ही शिकायतें मिल रही थीं, जिसके आधार पर यह कदम उठाया गया।
प्रशासनिक बदलाव भी सामने आए
राज्य सरकार ने EOW और ACB की कार्यप्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए अब इन एजेंसियों के प्रमुख पद पर महानिदेशक (DG) स्तर के अधिकारी की नियुक्ति का प्रावधान किया है। पहले इस पद पर पुलिस महानिरीक्षक (IG) स्तर के अफसर तैनात होते थे। इसके लिए शासन ने संशोधित नियमों के तहत अधिसूचना जारी कर दी है।
यह कार्रवाई बस्तर क्षेत्र में भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की कड़ी नीति का संकेत मानी जा रही है।