सूरजपुर: पण्डो जनजाति के दो लोग महीनों से लापता, समाज में आक्रोश
सूरजपुर जिले के पण्डो जनजाति के एक ही परिवार के दो सदस्य पिछले कई महीनों से लापता हैं। उनकी खोजबीन में अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है।
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले के पण्डो जनजाति के एक ही परिवार के दो सदस्य पिछले कई महीनों से लापता हैं। उनकी खोजबीन में अब तक कोई सफलता नहीं मिल सकी है। इस घटना को लेकर पण्डो समाज में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। बार-बार शिकायतें दर्ज कराने के बावजूद प्रशासन की ओर से कार्रवाई नहीं होने पर समाज ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
झींगादोहर का मामला: बेटी और पति दोनों लापता
यह मामला खड़गवां चौकी क्षेत्र के झींगादोहर का है। पीड़िता इंद्रमणि पण्डो ने शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी सीमा पण्डो पिछले तीन-चार सालों से सरसताल के एक व्यक्ति के साथ रहती थी। 19 जनवरी को वह व्यक्ति सीमा को अपने साथ ले गया, जिसके बाद से वह लापता है।
इंद्रमणि ने यह भी बताया कि उनके पति भी काफी समय से लापता हैं, लेकिन उनका भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
प्रशासन की सुस्ती पर उठ रहे सवाल
इंद्रमणि ने स्थानीय पुलिस चौकी में कई बार शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। न तो उनकी बेटी का पता चला और न ही उनके पति का। पुलिस की इस निष्क्रियता को लेकर पण्डो समाज ने नाराजगी जाहिर की है।
पण्डो समाज की चेतावनी: आंदोलन की तैयारी
पण्डो समाज के प्रतिनिधियों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही गुमशुदा लोगों की तलाश शुरू नहीं की गई तो समाज आंदोलन करने पर मजबूर होगा।
इधर, पुलिस ने अब सक्रियता दिखाते हुए मामले की जांच तेज कर दी है। जिस व्यक्ति पर शक जताया गया है, उससे पूछताछ की जा रही है।
कब होगा न्याय
यह मामला प्रशासनिक सुस्ती और सामाजिक आक्रोश का एक बड़ा उदाहरण बन गया है। अब देखना होगा कि पुलिस कब तक लापता लोगों को ढूंढ पाती है और पण्डो समाज का गुस्सा शांत होता है।