तेजस MK1A की पहली उड़ान पूरी — भारतीय वायुसेना को जल्द मिलेगा आधुनिक लड़ाकू विमान

नासिक HAL से तेजस MK1A की पहली उड़ान — स्वदेशी लड़ाकू विमान में नया अध्याय।

नासिक: नासिक स्थित HAL संयंत्र से निर्मित तेजस MK1A ने शुक्रवार को अपनी पहली उड़ान पूरी की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस अवसर पर HAL के LCA और HTT-40 असेम्बली कॉम्प्लेक्स का उद्घाटन भी किया।

यह घटना भारत की स्वदेशी रक्षा निर्माण क्षमताओं के लिए मील का पत्थर मानी जा रही है। इसके बावजूद, विमान की औपचारिक नामांकन / इंडक्शन अभी समय ले सकती है।

तेजस MK1A की पहली उड़ान — स्वदेशी शक्ति और उत्पादन विस्तार की दिशा

नासिक HAL यूनिट से पहला तेजस MK1A उड़ाया गया और पानी के तोपों से सम्मानित किया गया।

राजनाथ सिंह ने कहा कि यह भारत की उन्नत विमान शक्ति की दिशा में एक बड़ा कदम है।

HAL ने नासिक में तीसरी उत्पादन लाइन स्थापित की है, जिससे Bengaluru की दो लाइनों के साथ कुल उत्पादन क्षमता बढ़ेगी। इस नई लाइन में करीब ₹150 करोड़ की निवेश किया गया है।

इसके साथ, नई लाइन से सालाना 8 विमान बनेंगे और HAL की कुल Tejas उत्पादन दर 24 प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है।

Tejas MK1A — तकनीक, चुनौतियाँ, Nashik HAL और उत्पादन दबाव

उन्नत तकनीकी विशेषताएँ

Tejas MK1A में कई उन्नत विशेषताएँ शामिल हैं — उन्नत कॉम्बैट एवियोनिक्स, एयर-टू-एयर रिफ्यूलिंग क्षमता, AESA रडार जैसी प्रणालियाँ।

इससे विमान की लड़ाकू क्षमता और लंबी दूरी की उड़ान क्षमता बेहतर होगी।

डिलीवरी में देरी और आपूर्ति श्रृंखला बाधाएँ

हालांकि Tejas MK1A की उड़ान 2024 में थी, लेकिन Nashik HAL में इंजन की देरी ने इसे पीछे किया।

वायु सेना प्रमुख ने भी इस पर चिंता जताई कि समयसीमा न टूटे, क्योंकि वे देरी से परेशान हैं।

पहला इंजन मार्च 2025 में हाथ में आया, जो कि करीब दो साल की देरी थी। I

HAL ने उत्पादन प्रक्रिया में सुधार किया है और असेंबली लाइनें बढ़ाईं हैं, ताकि देरी को पूरा किया जा सके।

Tejas MK1A सीमा तैनाती, स्क्वाड्रन स्थापना और भविष्य की तैयारी

बीकानेर (नाल) एयरबेस पर तैनाती

रिपोर्ट्स में कहा गया है कि Tejas MK1A को पाकिस्तान सीमा के नजदीक बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात किया जाएगा।
इस रणनीति से IAF की रक्षा तैयारी और जवाबदेही बढ़ेगी।

पहला स्क्वाड्रन स्थापना

IAF सितंबर 2025 में Tejas MK1A का पहला स्क्वाड्रन नाल एयरबेस पर खड़ा करेगा।
यह स्क्वाड्रन चार MK1A विमानों और एक ट्रेनर विमान से प्रारंभ होगा।

Mk2 विकास प्रगति

पहला Tejas Mk2 (मध्य-भार लड़ाकू विमान) का प्रोटोटाइप निर्माण जारी है। उसकी पहली उड़ान 2026 की पहली तिमाही में तय की गई है।
इसके अलावा, यह विमानों में बड़े इंजन, बेहतर हथियार प्रणाली और अधिक मारक क्षमता लाएगा।

निष्कर्ष: Nashik HAL से स्वदेशी शक्ति को नया पंख

Tejas MK1A की पहली उड़ान ने भारत को एक गर्वीला क्षण दिया है। वास्तव में, तेजस MK1A का सफल परीक्षण यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि देश अब आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन में तेजी ला रहा है।
इसके अलावा, चुनौतियों और देरी के बावजूद, सरकार और HAL अब तेज़ी से कार्य कर रहे हैं ताकि वायु सेना को आधुनिक और सक्षम विमान समय पर मिल सकें।
साथ ही, यह उड़ान न सिर्फ एक तकनीकी सफलता है, बल्कि भारत की महत्वाकांक्षा और सुरक्षा रणनीति में एक नए युग की शुरुआत भी है।

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