यमुना का बदलेगा भाग्य! अमित शाह और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की बैठक में बड़ा फैसला, ₹9000 करोड़ होंगे खर्च
यमुना का बदलेगा भाग्य! अमित शाह और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की बैठक में बड़ा फैसला, ₹9000 करोड़ होंगे खर्च

नई दिल्ली, राजधानी दिल्ली की जीवनदायिनी मानी जाने वाली यमुना नदी के कायाकल्प को लेकर एक बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बीच हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में यमुना की सफाई और पुनरुद्धार के लिए ₹9000 करोड़ के भारी-भरकम बजट को मंजूरी दी गई है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य यमुना को उसके पुराने गौरव को लौटाना और उसे प्रदूषण मुक्त बनाना है।
इस बैठक में, जो दिल्ली में आयोजित की गई, यमुना के प्रदूषण को कम करने और नदी में गिरने वाले अनुपचारित सीवेज को रोकने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना पर चर्चा की गई। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने यमुना की सफाई को अपनी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक बताया और केंद्रीय गृह मंत्री से इस कार्य में पूरा सहयोग मांगा।
सूत्रों के अनुसार, ₹9000 करोड़ की यह राशि विभिन्न परियोजनाओं पर खर्च की जाएगी, जिसमें सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का आधुनिकीकरण और नए एसटीपी का निर्माण, नालों को टैप करना (यानी नालों के पानी को सीधे नदी में जाने से रोकना और एसटीपी तक पहुंचाना), नदी के किनारे सौंदर्यीकरण, और ठोस कचरा प्रबंधन शामिल है। इसके अलावा, नदी के पारिस्थितिक तंत्र को बहाल करने और जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए भी कदम उठाए जाएंगे।
अमित शाह ने इस पहल को केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता बताते हुए कहा कि यमुना की सफाई एक राष्ट्रीय प्राथमिकता है और केंद्र सरकार दिल्ली सरकार के साथ मिलकर इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने अधिकारियों को परियोजना को समयबद्ध तरीके से और पारदर्शिता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
यह फैसला ऐसे समय में आया है जब यमुना नदी का प्रदूषण स्तर चिंताजनक रूप से बढ़ गया है, जिससे नदी का पानी अनुपयोगी हो गया है और जलीय जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। इस विशाल बजट और केंद्र तथा राज्य सरकार के समन्वय से उम्मीद की जा रही है कि आने वाले वर्षों में यमुना के भाग्य में एक बड़ा बदलाव आएगा और वह फिर से स्वच्छ और निर्मल धारा के रूप में प्रवाहित हो सकेगी। यह परियोजना दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोगों के लिए भी एक बड़ी राहत लेकर आएगी।