बिहार के नवादा में दबंगों का कहर: दलित बस्ती में 50 राउंड फायरिंग और 80 घरों को जलाया
बिहार के नवादा में दबंगों ने दलित बस्ती में 50 राउंड फायरिंग कर 80 घरों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बिहार के नवादा जिले में बुधवार की शाम को दलित बस्ती में दबंगों द्वारा की गई हिंसा ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। करीब 100 दबंगों ने दलित बस्ती पर धावा बोलते हुए 50 राउंड फायरिंग की और 80 से अधिक घरों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी सहित 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। मामला नवादा के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ननौरा के पास स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती का है, जहां इस हिंसक घटना के बाद से तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
नवादा के इस दलित बस्ती में लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जिस जमीन पर दलित परिवारों का कब्जा है, उसे भू-माफिया जबरन हड़पना चाह रहे थे। इसी विवाद को लेकर बुधवार की शाम दबंगों ने दलित परिवारों पर हमला किया, उनके घरों को जलाया और हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाई।
नवादा के एसपी अभिनव धीमान ने बताया कि पुलिस को घटना की जानकारी मिलने के बाद फौरन कार्रवाई की गई। अब तक 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और बाकी फरार लोगों की तलाश जारी है। पुलिस द्वारा क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फोर्स तैनात कर दी गई है, जो अगले कुछ दिनों तक कैंप करेगी। इस घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है, लेकिन लगभग 21 घरों को गंभीर नुकसान पहुंचा है।
बिहार सरकार के अनुसूचित जाति एवं जनजाति विभाग के मंत्री जनक राम ने इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि सरकार दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार दलितों और कमजोर वर्गों की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्ध है, और ऐसे किसी भी अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे “महाजंगलराज” और “महादानवराज” करार दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी की सरकार के शासन में बिहार में कानून व्यवस्था चरमरा गई है, और दलितों पर हो रहे अत्याचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।