कोरोना वायरस का नया वेरिएंट अब अमेरिका समेत दुनिया के 27 देशों में फैल चुका है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच चिंता बढ़ गई है। इस वेरिएंट की पहचान जून में जर्मनी में की गई थी और अब इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
दुनिया भर में वेरिएंट का फैलाव
इस नए वेरिएंट के केस ऑस्ट्रेलिया यूरोप , नॉर्थ अमेरिका , और एशिया के लगभग 27 देशों में रिपोर्ट किए जा चुके हैं। माइक हनी , एक डेटा इंटिग्रेशन स्पेशलिस्ट, ने बताया कि इस वेरिएंट के 100 से ज्यादा मरीजों की पहचान की गई है। उन्हें आशंका है कि यह वेरिएंट ओमिक्रॉन की तरह बड़ी चुनौती बन सकता है।
अमेरिका में वेरिएंट की स्थिति
अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, इस वेरिएंट ने सितंबर की शुरुआत में अमेरिका के 12 राज्यों में 52.7% मरीजों को प्रभावित किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह वेरिएंट जल्द ही अगले बड़े खतरे का कारण बन सकता है।
वेरिएंट की तेजी से फैलने की संभावना
स्क्रिप्स रिसर्च के अनुसार, यह वेरिएंट शुरुआती दौर में है और आने वाले हफ्तों या महीनों में तेजी से फैल सकता है। जर्मनी, डेनमार्क , ब्रिटेन , और नीदरलैंड्स में इसके केस तेज़ी से बढ़ रहे हैं। इस वेरिएंट में कुछ नए म्यूटेशन भी देखे गए हैं, जिससे यह सर्दियों में तेजी से फैल सकता है।
लक्षण और रोकथाम
वेरिएंट के लक्षणों में बुखार, सर्दी, शरीर में दर्द, थकान, खांसी, और गले में खराश शामिल हैं। इसके अलावा, सांस लेने में परेशानी, सिरदर्द, स्वाद और सुगंध का पता न चलना, उल्टी और डायरिया भी इसके लक्षण हो सकते हैं। हालांकि, विशेषज्ञों का कहना है कि इस वेरिएंट से बचाव के लिए वैक्सीन अभी भी प्रभावी है।