विधायकों और मंत्रियों के निजी सहायक व सचिवों का प्रशिक्षण शुरू – विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह बोले: “पीए-पीएस जनप्रतिनिधियों की छवि सुधारने में निभा सकते हैं अहम भूमिका –
विधायकों और मंत्रियों के निजी सहायक व सचिवों का प्रशिक्षण शुरू – विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह बोले: "पीए-पीएस जनप्रतिनिधियों की छवि सुधारने में निभा सकते हैं अहम भूमिका -

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा द्वारा विधायकों और मंत्रियों के निजी सहायकों (PA) और निजी सचिवों (PS) के लिए विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य इन सहयोगियों को अधिक दक्ष और जवाबदेह बनाना है, ताकि वे जनप्रतिनिधियों के कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित कर सकें और जनता के साथ बेहतर समन्वय स्थापित हो सके।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि विधायकों और मंत्रियों की छवि बनाने में उनके निजी सहायक और सचिव की बड़ी भूमिका होती है। उन्होंने कहा, “अगर पीए-पीएस समय का सम्मान करें, जनता की समस्याएं संवेदनशीलता से सुनें और जनप्रतिनिधियों के कार्यों को समर्पित होकर आगे बढ़ाएं, तो इससे आम जनता का भरोसा बढ़ता है और छवि सकारात्मक बनती है।”
डॉ. सिंह ने हँसी में यह भी जोड़ा, “जो विधायक अभी सुबह 11 बजे तक सोएगा, वह अगली बार सोता ही रह जाएगा।” उनका इशारा यह था कि जनप्रतिनिधियों को और उनके सहयोगियों को समय के प्रति सजग रहना चाहिए, नहीं तो जनता उन्हें नजरअंदाज कर देगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों और विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को प्रशासनिक प्रक्रिया, जनसंपर्क, दस्तावेज प्रबंधन और लोक व्यवहार के तौर-तरीकों की जानकारी दी। उन्हें यह भी बताया गया कि किस तरह वे जनता की समस्याएं सही तरीके से विधायकों तक पहुँचा सकते हैं और उनकी त्वरित सहायता कर सकते हैं।
डॉ. रमन सिंह ने आशा जताई कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम समय-समय पर होते रहेंगे, जिससे कर्मचारियों की कार्यकुशलता में निरंतर सुधार होता रहेगा। उन्होंने सभी पीए और पीएस को ईमानदारी और अनुशासन के साथ कार्य करने की सलाह दी।
यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ विधानसभा की एक सराहनीय पहल मानी जा रही है, जो शासन व्यवस्था की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की दिशा में एक ठोस कदम है।