इतकल हत्याकांड: आंध्र और ओडिशा के दो तांत्रिक पुलिस हिरासत में, 7 और लोग गिरफ्तार
सुकमा जिले के इतकल गांव में हुई जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने गुरुवार को 7 और लोगों को गिरफ्तार किया है।
सुकमा, छत्तीसगढ़ सुकमा जिले के इतकल गांव में हुई जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने गुरुवार को 7 और लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले ही इस मामले में 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था, जिनमें एक महिला भी शामिल थी। यह हत्याकांड राज्य के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक में हुआ, जहां जादू टोना के आरोप में एक ही परिवार के 5 लोगों की निर्मम हत्या की गई थी।
कोंटा, जो छत्तीसगढ़ के अंतिम सिरे पर स्थित है, की सीमा आंध्र प्रदेश और ओडिशा से मिलती है। जादू टोना के आरोप में हुए इस हत्याकांड में दोनों राज्यों का कनेक्शन सामने आया है। गांव के मौसम परिवार पर लंबे समय से जादू टोना का संदेह था, और स्थानीय ग्रामीणों के भीतर गहरा आक्रोश पनप रहा था। इसी आक्रोश के चलते, ग्रामीणों ने पड़ोसी राज्यों के तांत्रिकों से संपर्क किया, जिन्होंने गांव में हो रही मौतों के लिए मौसम परिवार को जिम्मेदार ठहराया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई में, गुरुवार को 7 और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें 2 तांत्रिक भी शामिल हैं। अब तक कुल 24 लोग, जिनमें 3 महिलाएं भी हैं, इस हत्याकांड में गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मामले की जांच भारतीय दंड संहिता और छत्तीसगढ़ के टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005 के तहत की जा रही है।
इस घटना में गिरफ्तार किए गए लोगों में आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तांत्रिक भी शामिल हैं। गिरफ्तार आरोपियों में कीकरा रमेश (33), सुन्नम रामा (55), सलवम किट्टा (61), कारम सुब्बा (49), सलवम शांकरू (35), पोड़यिम रोजा (24), और नुप्पो रामे (40) शामिल हैं। इन सभी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है।
सुकमा जिला, जो पहले से ही नक्सली गतिविधियों से प्रभावित है, में यह घटना कई सवाल खड़े करती है। सीधे-साधे ग्रामीणों का अचानक हिंसक हो जाना, और 5 लोगों की हत्या करना, एक असाधारण घटना है। यह घटना विशेष रूप से इस क्षेत्र के लिए चिंताजनक है, जहां पहले भी नक्सलियों का प्रभाव देखा गया है। पुलिस और प्रशासन इस हिंसा के कारणों की जांच कर रहे हैं।
इतकल हत्याकांड ने क्षेत्र में जादू टोना, ग्रामीण आक्रोश, और नक्सल प्रभावित इलाकों में बढ़ते तनाव के मुद्दे को उजागर किया है। प्रशासन और पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।