उदयपुर चाकूबाजी घटना में प्रशासन का बड़ा एक्शन: आरोपी के घर पर बुलडोजर
उदयपुर की हालिया चाकूबाजी घटना के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए आरोपी छात्र के अवैध घर को बुलडोजर से गिरा दिया। घायल छात्र की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जबकि शहर में तनाव के बीच इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। जानिए इस घटना का पूरा सच।
उदयपुर की सड़कों पर हिंसा और अराजकता फैलने के बाद प्रशासन ने आरोपी छात्र के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। चाकूबाजी की घटना में शामिल आरोपी के खांजीपीर स्थित अवैध घर को बुलडोजर से ढहा दिया गया। इस दौरान इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, आरोपी का परिवार इस घर में किराए पर रह रहा था, लेकिन प्रशासन ने अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की है।
घायल छात्र की हालत गंभीर
चाकूबाजी में गंभीर रूप से घायल छात्र का इलाज अभी भी जारी है। उसकी स्थिति लगातार नाजुक बनी हुई है। अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बीच डॉक्टरों की टीम उसकी हालत पर नजर बनाए हुए है। यह घटना शुक्रवार सुबह हुई थी, जब आरोपी छात्र चाकू लेकर स्कूल पहुंचा और अचानक दूसरे छात्र पर हमला कर दिया। क्लास में मचे शोर के बाद स्कूल स्टाफ को इस घटना की जानकारी मिली और घायल छात्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया।
घटना के बाद शहर में हंगामा
घटना के तुरंत बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और सड़कों पर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों ने वाहनों पर पथराव किया और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस उपद्रव से पूरे उदयपुर शहर में अराजकता का माहौल बन गया। हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन को कई थानों की पुलिस बुलानी पड़ी।
प्रशासन का सख्त कदम
शहर में उत्पन्न तनाव को देखते हुए प्रशासन ने जिले में धारा 163 लागू कर दी और शुक्रवार रात 10 बजे से लेकर शनिवार रात 10 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया। यह फैसला शहर में शांति और सुरक्षा को बहाल रखने के लिए लिया गया है।
बुलडोजर एक्शन: प्रशासन की सख्ती
प्रशासन की इस कार्रवाई को अवैध निर्माण और अपराधियों के खिलाफ एक सख्त संदेश के रूप में देखा जा रहा है। आरोपी के घर पर बुलडोजर चलाकर प्रशासन ने साफ कर दिया है कि कानून से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।