रायपुर। भारतीय रेलवे ने नए साल में यात्रियों को तेज, सुरक्षित और विश्वस्तरीय रेल यात्रा का अनुभव देने के लिए बड़ा कदम उठाया है। वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने अपने परीक्षणों में 180 किमी/घंटा की अधिकतम गति हासिल की है, जो देश में लंबी दूरी की यात्रा के अनुभव को पूरी तरह बदलने का वादा करती है।
प्रमुख विशेषताएं:
- सफल परीक्षण:
- वंदे भारत स्लीपर ट्रेन ने पिछले तीन दिनों में 180 किमी/घंटा की गति पर परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया।
- जनवरी 2025 के अंत तक परीक्षण जारी रहेंगे।
- रेलवे सुरक्षा आयुक्त द्वारा अंतिम मूल्यांकन के बाद इन्हें नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा।
- लंबी दूरी की यात्रा के लिए तैयार:
- नई ट्रेनें कश्मीर से कन्याकुमारी, दिल्ली से मुंबई, और हावड़ा से चेन्नई जैसे रूट्स पर चलेंगी।
- छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों को भी तेज यात्रा और समय की बचत का लाभ मिलेगा।
- तकनीकी मजबूती:
- ट्रेन में स्लीपर कोच जोड़े गए हैं।
- पूरी ट्रेन के भार और सामान के साथ 180 किमी/घंटा की गति पर परीक्षण किया गया।
- परीक्षण में ट्रेन की स्थिरता और सुरक्षा सुनिश्चित की गई।
छत्तीसगढ़ को मिलेगा बड़ा लाभ:
- वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के आने से रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों को कनेक्टिविटी में फायदा होगा।
- तेज गति के कारण यात्रा का समय कम होगा और यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा।
- औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।
रेल मंत्री ने साझा किया वीडियो:
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर सफल परीक्षण का वीडियो साझा किया।
- वीडियो में दिखाया गया कि ट्रेन की गति 180 किमी/घंटा होने के बावजूद, पानी से भरा गिलास स्थिर रहा।
- यह प्रदर्शन ट्रेन की सुरक्षा और स्थिरता को दर्शाता है।
आगामी योजनाएं:
- रेलवे सुरक्षा आयुक्त का निरीक्षण:
- परीक्षणों के अंतिम चरण में सुरक्षा निरीक्षण के बाद ही इन्हें सेवा में शामिल किया जाएगा।
- देशव्यापी सेवा:
- स्लीपर वंदे भारत ट्रेनें भारत के प्रमुख रेल मार्गों पर चलेंगी।
- छत्तीसगढ़ की हिस्सेदारी:
- वंदे भारत ट्रेनों के जरिए राज्य के शहरों को देशभर से तेज और सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।