भारतीय संसद में ‘वंदे मातरम’ गाने को लेकर सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच एक बड़ा और तीखा विवाद खड़ा हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों के नेताओं ने एक-दूसरे पर जमकर वार-पलटवार किए, जिससे सदन का माहौल गरमा गया।
प्रियंका गांधी का सवाल: महंगाई और बेरोजगारी पर चर्चा क्यों नहीं?
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ‘वंदे मातरम’ पर हो रही बहस के संदर्भ में सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने प्रश्न किया कि संसद में उन महत्वपूर्ण मुद्दों पर बहस क्यों नहीं हो रही है जो सीधे आम जनता को प्रभावित कर रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने जोर देकर कहा कि देश इस समय गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहा है:
- महंगाई (Inflation): उन्होंने बढ़ती कीमतों पर चिंता व्यक्त की, जिससे आम आदमी का बजट बिगड़ रहा है।
- बेरोजगारी (Unemployment): उन्होंने देश में युवाओं के बीच बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे को भी उठाया और मांग की कि इन वास्तविक मुद्दों पर सदन में गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए, न कि भावनात्मक विषयों पर।
अनुराग ठाकुर का तीखा पलटवार
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रियंका गांधी के बयान पर तुरंत और तीखा पलटवार किया। उन्होंने स्पष्ट रूप से विपक्ष पर देशभक्ति के प्रतीकों का अपमान करने का आरोप लगाया।
अनुराग ठाकुर ने कहा, “वंदे मातरम पर बहस नहीं, विरोध हो रहा है। और यह दिखाता है कि देश के मूल सिद्धांतों के साथ विपक्ष कितना जुड़ा हुआ है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि आज जिन्ना के मुन्ना को भी वंदे मातरम से समस्या हो रही है।”
यह बयान विपक्ष के लिए एक मजबूत राजनीतिक वार था, जो बहस को राष्ट्रवाद और देशभक्ति के व्यापक मुद्दे की ओर ले गया।
यह घटना संसदीय कार्यवाही के दौरान प्रमुख राजनीतिक दलों के बीच वैचारिक विभाजन और वर्तमान राष्ट्रीय प्राथमिकताओं पर मतभेदों को उजागर करती है।