छत्तीसगढ़ के बांधों में चार दिनों की बारिश से 10% बढ़ा जलस्तर, कई लबालब
छत्तीसगढ़ के बांधों में चार दिनों की बारिश से 10% बढ़ा जलस्तर, कई लबालब

रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण राज्य के बांधों में जलस्तर में remarkable वृद्धि दर्ज की गई है। कई बड़े, मध्यम और छोटे जलाशय आधे से अधिक भर चुके हैं, जबकि दो बड़े और सात मध्यम/छोटे बांध 100% क्षमता तक पहुंच गए हैं। इसके अलावा, एक दर्जन से अधिक अन्य बांध भी अपनी पूर्ण क्षमता के करीब हैं।
जल संसाधन विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पिछले सप्ताह के अंतिम चार दिनों की बारिश से बांधों में औसत जल भंडारण में 10% की वृद्धि हुई है। पिछले बीस दिनों की बारिश के बाद से औसत जल भंडारण लगभग 30% बढ़ गया है।
प्रमुख बांधों की स्थिति:
- बिलासपुर के खारंग और मुंगेली जिले के मनियारी जलाशय 100% क्षमता पर हैं।
- धमतरी जिले का रविशंकर जलाशय (गंगरेल) वर्तमान में 54% क्षमता पर है।
- बढ़ते जलस्तर के कारण कई बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है।
- तांदुला में 13%, सिकासेर में 14% और सोंढूर में 17% की वृद्धि देखी गई, वहीं दूधवा में गंगरेल फीडर से पानी छोड़े जाने के कारण 13% की कमी आई है।
- बिलासपुर के अरपा भैंसाझार में पानी का जमाव धीमा रहा है और भंडारण में कमी भी आई है, जिसे विभागीय अधिकारियों ने पानी छोड़ने का कारण बताया है।
पिछले वर्षों से बेहतर स्थिति:
इस वर्ष 27 जुलाई को जल भंडारण की स्थिति पिछले दो वर्षों की तुलना में बेहतर मानी जा रही है। 2024 में इसी तारीख पर औसत भंडारण केवल 50% था, लेकिन हाल की चार दिवसीय बारिश के बाद यह बढ़कर 62% हो गया है। जल संसाधन विभाग के विशेषज्ञों ने वर्तमान स्थिति को अच्छा बताया है।
प्रमुख बांधों में जल भंडारण प्रतिशत (23 जुलाई 2025 बनाम 27 जुलाई 2025):