जामनगर, गुजरात: गुजरात के जामनगर शहर में गरबा का एक अनूठा और अद्भुत रूप देखने को मिलता है, जिसे ‘अंगारा रास’ कहते हैं। यह खास प्रदर्शन रणजीत नगर में पटेल युवक मंडल द्वारा आयोजित किया जाता है और यह इस शहर की एक विशेष पहचान बन गया है। इस गरबा में पुरुष डांसर दहकते हुए अंगारों पर नाचते हुए माताजी की पूजा करते हैं।
यह अंगारा रास पिछले 15 सालों से लगातार हो रहा है और इसे देखने के लिए बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ती है। यह एक बहुत ही पुरानी परंपरा है, जो लगभग सात दशकों से चली आ रही है। इस प्रदर्शन की शुरुआत कपास के बीजों को जलाकर की जाती है, जिसके बाद 12 डांसर जलती हुई मशालें लेकर 10 मिनट तक गर्म अंगारों पर गरबा करते हैं। इस अद्भुत नृत्य के लिए, प्रतिभागी दो महीने तक कठिन अभ्यास करते हैं।
यह अनूठी परंपरा न केवल लोगों को आकर्षित करती है, बल्कि यह भक्ति और दृढ़ संकल्प का भी प्रतीक है। यह दिखाता है कि कैसे लोग अपनी आस्था को व्यक्त करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। अंगारों पर नृत्य करना कोई सामान्य बात नहीं है और इसे करने के लिए असाधारण साहस और समर्पण की आवश्यकता होती है। यह परंपरा जामनगर की सांस्कृतिक विरासत का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है और इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं।