मुंबई: नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (एनएमआईए) आज (8 अक्टूबर, 2025) से परिचालन के लिए तैयार हो गया है, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। ‘डीबी पाटिल नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट’ देश का पहला ‘पूरी तरह से डिजिटल’ एयरपोर्ट है। इस उद्घाटन के साथ, मुंबई अब लंदन, न्यूयॉर्क और टोक्यो जैसे दुनिया के उन चुनिंदा शहरों की सूची में शामिल हो गया है, जहाँ एक से अधिक हवाईअड्डे हैं।
नवी मुंबई एयरपोर्ट से जुड़ी 10 प्रमुख बातें इस प्रकार हैं:
- भारत का पहला डिजिटल एयरपोर्ट: डीबी पाटिल नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (NMIA) भारत का पहला ऐसा प्रमुख एयरपोर्ट है, जो पूरी तरह से डिजिटल और AI-सक्षम तकनीक पर आधारित है।
- विशाल लागत और रोजगार: इस एयरपोर्ट को ₹19,650 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। यह परियोजना रियल एस्टेट, पर्यटन और व्यापार को बढ़ावा देने के साथ-साथ विमानन, आईटी, लॉजिस्टिक्स और हॉस्पिटैलिटी सहित विभिन्न क्षेत्रों में 2 लाख से अधिक नौकरियों के अवसर पैदा करेगी।
- आधुनिक सुविधाएँ: यह टर्मिनल पूरी तरह से स्वचालित और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लैस है। यहाँ यात्री वाहन पार्किंग स्लॉट की प्री-बुकिंग, ऑनलाइन बैगेज ड्रॉप और इमिग्रेशन सेवाओं जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
- डिज़ाइन और वास्तुकला: एयरपोर्ट का वास्तुशिल्प डिज़ाइन कमल के फूल से प्रेरित है। इसमें प्राकृतिक रोशनी, खुली जगहों और बड़े कांच के मुखौटों का उपयोग किया गया है, जो इसे हवादार और आधुनिक रूप देते हैं।
- यात्री क्षमता: 1,160 हेक्टेयर में फैले इस हवाईअड्डे की शुरुआती चरण (एक टर्मिनल और एक रनवे) में सालाना लगभग 2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता है। पूर्ण क्षमता पर (चार टर्मिनल और दो रनवे के साथ) यह 15.5 करोड़ यात्रियों को संभाल सकेगा।
- वाणिज्यिक परिचालन: IndiGo, Air India Express और Akasa Air सहित कई प्रमुख एयरलाइंस ने यहाँ से उड़ानें शुरू करने की योजना बनाई है। वाणिज्यिक उड़ानें दिसंबर में शुरू होने की उम्मीद है।
- अंतर्राष्ट्रीय यातायात लक्ष्य: शुरुआत में यह 12 घंटे दैनिक रूप से संचालित होगा, जिसमें लगभग 40% अंतर्राष्ट्रीय यातायात होगा। अधिकारियों का लक्ष्य इसे अंततः 75% तक बढ़ाना है।
- चिंता-मुक्त अनुभव: अदानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड के सीईओ ने इसे “चिंता-मुक्त हवाईअड्डा” बताया है। यहाँ AI-सक्षम बैगेज ट्रैकिंग की सुविधा होगी, जिससे यात्रियों को उनके सामान की सटीक स्थिति की जानकारी फोन पर मिल जाएगी।
- मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी हब: यह एयरपोर्ट भारत का पहला प्रमुख विमानन हब होगा जो एक्सप्रेसवे, मेट्रो, उपनगरीय रेल नेटवर्क और जलमार्ग सेवाओं सहित कई परिवहन प्रणालियों को एक साथ जोड़ेगा।
- PPP मॉडल: यह परियोजना CIDCO (सिटी एंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ महाराष्ट्र लिमिटेड) और अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के बीच एक सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत पूरी की गई है।
यह अत्याधुनिक हवाईअड्डा मुंबई की बढ़ती यात्री आवश्यकताओं को पूरा करने और इसे एक वैश्विक पारगमन केंद्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।