रायपुर, 01 नवंबर: छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नवा रायपुर के सेक्टर-20 में ‘ब्रह्माकुमारी संस्थान’ के नवनिर्मित ‘शांति शिखर’ रिट्रीट सेंटर का लोकार्पण किया। इस केंद्र को ‘एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड’ नाम दिया गया है, जिसका उद्देश्य समाज को शांति और आध्यात्मिक ज्ञान की शिक्षा प्रदान करना है।
राजस्थानी शैली में निर्मित एक अनोखी संरचना
‘शांति शिखर’ भवन अपनी भव्यता और अनूठी निर्माण शैली के लिए विशेष है। यह इमारत लगभग दो एकड़ ज़मीन पर बनी है और इसे राजस्थानी शैली के महल का अहसास देने के लिए जोधपुर के कारीगरों ने सात साल में तैयार किया है।
- पिंक स्टोन का उपयोग: यह ब्रह्माकुमारी संस्थान की विश्वभर में पहली ऐसी इमारत है, जिसे पूरी तरह जोधपुर के गुलाबी पत्थरों (Pink Stone) से बनाया गया है। निर्माण में 150 से अधिक ट्रकों में जोधपुर से पत्थर मंगाए गए थे।
- आधुनिक तकनीक: छत्तीसगढ़ में यह पहली ऐसी इमारत है, जिसे आमतौर पर बड़े पुल बनाने में इस्तेमाल होने वाली प्रेस टेंसाइल बीम तकनीक से निर्मित किया गया है।
- संरचनात्मक विवरण: यह पाँच मंजिला भवन 105 फीट ऊंचा, 150 फीट चौड़ा और 225 फीट लंबा है, जिसमें भविष्य में दो और मंज़िलें बनाने की क्षमता है।
जनसहयोग से हुआ निर्माण
शांति शिखर की नींव 15 जनवरी 2018 को रखी गई थी। संस्थान ने बताया कि इसके निर्माण में ब्रह्माकुमारीज़ से जुड़े लगभग 11 हजार सदस्यों ने वर्ष 2018 से हर दिन न्यूनतम एक रुपया दान-कोष (भंडारी) में जमा किया। यह भवन संस्था के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक राजयोगिनी बीके कमला और इंदौर ज़ोन के पूर्व निदेशक राजयोगी ओम प्रकाश भाई के संकल्पों का साकार रूप है।
हाईटेक सुविधाएँ और उद्देश्य
हाईटेक सुविधाओं से लैस यह केंद्र समाज के सभी वर्गों के लिए समर्पित है। यहाँ आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में शामिल हैं:
- राजयोग मेडिटेशन और आध्यात्मिक ज्ञान की नि:शुल्क शिक्षा।
- तनाव प्रबंधन (Stress Management) के लिए शिविर।
- बच्चों, युवाओं और महिलाओं के लिए सशक्तिकरण कार्यक्रम।
- पर्यावरण संरक्षण (पौधारोपण, जल संरक्षण) और जैविक खेती को बढ़ावा देने के कार्यक्रम।
- हृदय रोग, मधुमेह और नशामुक्ति के लिए जागरूकता कार्यक्रम।
भवन में एक साथ 2000 लोगों की क्षमता वाला एसी ऑडिटोरियम और 100 लोगों के लिए विशाल मेडिटेशन हॉल जैसी सुविधाएँ मौजूद हैं, जो इसे देश-विदेश में स्थित रिट्रीट सेंटरों में सबसे अनोखा और आकर्षक बनाती हैं। इस लोकार्पण समारोह में प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल रमेन डेका, संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी जयंती और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।