रायपुर (छत्तीसगढ़)। राजधानी रायपुर के बहुचर्चित सूदखोर वीरेंद्र तोमर की 24 घंटे की पुलिस रिमांड आज (मंगलवार, 10 नवंबर 2025) समाप्त हो रही है, जिसके बाद पुलिस उसे एक बार फिर अदालत में पेश करेगी। पुलिस की योजना है कि नियमित न्यायालय से आरोपी की एक सप्ताह की रिमांड मांगी जाए, ताकि उससे सूदखोरी और अन्य आपराधिक गतिविधियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ की जा सके।
रायपुर के एसएसपी लाल उमेद सिंह ने मीडिया को बताया कि रविवार को नियमित कोर्ट नहीं लगी थी, इस वजह से पुलिस को केवल एक दिन की (24 घंटे) रिमांड मिल पाई थी। आज नियमित कोर्ट में पेशी के दौरान वीरेंद्र तोमर को रिमांड पर लेने के लिए एक सप्ताह का आवेदन दिया जाएगा। रिमांड मिलने के बाद पुलिस उससे और सख्ती से पूछताछ कर सकती है।
सूदखोर वीरेंद्र तोमर को पुलिस ने हाल ही में मध्य प्रदेश के ग्वालियर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद उसे रायपुर लाया गया और शहर में उसका जुलूस भी निकाला गया, जो काफी चर्चा में रहा था।
वीरेंद्र तोमर पर शहर के अलग-अलग थानों में कई गंभीर मामले दर्ज हैं। उस पर धोखाधड़ी, कूटरचना, मारपीट, जान से मारने की धमकी और हत्या जैसे संगीन मामले शामिल हैं।
वीरेंद्र तोमर पर दर्ज प्रमुख मामले:
- 2006: आजाद चौक थाने में एक कारोबारी पर चाकू से हमला करने का मामला दर्ज।
- 2010: गुढ़ियारी इलाके में पैसों के लेन-देन को लेकर एक व्यापारी से मारपीट।
- 2013: हत्या का एक गंभीर मामला।
- 2017: एक महिला को धमकाने का मामला।
- 2019: पुरानी बस्ती थाने में धोखाधड़ी और कूटरचना का केस।
- 2019: हलवाई लाइन के एक व्यापारी ने ब्लैकमेलिंग की शिकायत दर्ज कराई थी।
पुलिस का मानना है कि एक सप्ताह की रिमांड के दौरान वीरेंद्र तोमर से उसके पूरे सिंडिकेट और ब्लैकमेलिंग तथा सूदखोरी के माध्यम से अर्जित संपत्ति के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं।