नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हुए भीषण आतंकी हमले के आरोपी डॉ. मोहम्मद उमर की पहली तस्वीर सामने आ गई है। इस तस्वीर के सामने आने के साथ ही दिल्ली ब्लास्ट की जांच में लगी सुरक्षा एजेंसियों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। डॉ. उमर को उस फरीदाबाद मॉड्यूल का हिस्सा माना जा रहा है, जिसने इस हमले को अंजाम दिया था। इस धमाके में 9 लोगों की मौत हो गई थी और 24 लोग घायल हुए थे।
जांच एजेंसियों ने डॉ. उमर की तलाश में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी थी। इसी बीच, ब्लास्ट से ठीक पहले का एक महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में एक सफेद रंग की I-20 कार को एक पार्किंग से बाहर निकलते हुए देखा गया, जिसमें काले मास्क में बैठा शख्स डॉ. मोहम्मद उमर होने का संदेह है। यह कार लाल किले के पास धमाके से कुछ समय पहले गुजरी थी।
पुलिस ने इस मॉड्यूल को पकड़ने के लिए हरियाणा के फरीदाबाद से लेकर उत्तर प्रदेश के लखनऊ तक एक बड़ा अभियान चलाया। इस दौरान जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 2900 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट विस्फोटक जब्त किया है। जांच में पता चला है कि यह विस्फोटक भी उसी आतंकी मॉड्यूल से संबंधित है जिससे डॉ. उमर जुड़ा हुआ है।
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने पुलवामा से डॉ. उमर के दो भाइयों, आमिर और उमर (स्रोत के अनुसार), को हिरासत में लिया है और उन्हें श्रीनगर लाकर लगातार पूछताछ की जा रही है। धमाके में इस्तेमाल हुई I-20 कार को लेकर भी एक अहम खुलासा हुआ है। यह कार डॉ. उमर की थी। कार बेचने वाले तारिक अहमद डार ने कबूल किया है कि उसने यह गाड़ी पहले आमिर को बेची थी, जिसने इसे बाद में डॉ. उमर को दे दिया था।
पुलिस तारिक, आमिर और डॉ. उमर के अलावा इस आतंकी नेटवर्क से जुड़े अन्य 13 संदिग्धों से भी कड़ी पूछताछ कर रही है, ताकि इस बड़ी साजिश और मॉड्यूल के हर पहलू को उजागर किया जा सके।