बेमेतरा/छत्तीसगढ़।
छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के महत्वपूर्ण सीजन के बीच, बेमेतरा जिला प्रशासन ने कार्य में लापरवाही और हड़ताल के कारण उपार्जन कार्य को बाधित करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। किसानों के हितों को देखते हुए, जिले की 6 सहकारी समितियों के कुल 23 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है।
बर्खास्तगी का कारण: हड़ताल और अनुपस्थिति
जिला प्रशासन के मुताबिक, ये कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर चले गए थे और बार-बार अपील के बावजूद काम पर नहीं लौटे। उनकी लगातार अनुपस्थिति के कारण धान खरीदी का कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहा था, जिससे किसानों को टोकन कटाई, धान तौल और उठाव जैसी प्रक्रियाओं में भारी असुविधा हो रही थी।
किसान हित में यह सुनिश्चित करने के लिए कि धान खरीदी का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे, संबंधित समितियों के प्राधिकृत अध्यक्षों ने सख्त कदम उठाते हुए इन कर्मचारियों को सेवा से पृथक करने का निर्णय लिया।
किन समितियों पर हुई कार्रवाई?
यह बड़ी कार्रवाई बेमेतरा जिले की निम्नलिखित 6 सहकारी समितियों के कर्मचारियों पर की गई है:
- कंटेली (Conteeli)
- बीजभाट (Beejbhat)
- जिया (Jiya)
- कुसुमी (Kusumi)
- मोहतरा (Mohatra)
- लोलेसरा (Lolesara)
बर्खास्त किए गए कर्मचारियों में समिति के सहायक प्रबंधक, लिपिक (क्लर्क), डाटा एंट्री ऑपरेटर और दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी शामिल हैं।
प्रशासन का सख्त संदेश
जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि धान खरीदी जैसे अति आवश्यक सेवा वाले कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही, व्यवधान या अनुपस्थिति को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि हड़ताल पर गए अन्य कर्मचारी भी शीघ्र काम पर वापस नहीं लौटते हैं, तो उन पर भी इसी तरह की कठोर कार्रवाई की जाएगी।
किसानों को होने वाली परेशानी को कम करने के लिए प्रशासन ने वैकल्पिक स्टाफ की व्यवस्था कर उपार्जन केंद्रों को चालू रखने के प्रयास तेज कर दिए हैं, ताकि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई दिक्कत न हो।