राजिम के लोहरसी धान खरीदी केंद्र पर शुक्रवार को उस समय भारी विवाद खड़ा हो गया जब किसानों ने केंद्र प्रबंधन पर गंभीर अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों का कहना है कि धान में अधिक नमी होने का हवाला देते हुए प्रति बोरी लगभग 1 किलोग्राम तक की मनमानी कटौती की जा रही है, जिससे उन्हें बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है।
किसानों के मुख्य आरोप
किसानों ने केंद्र पर लगाए गए आरोपों में निम्नलिखित बातें शामिल हैं:
- मनमानी कटौती: धान की नमी की सही जांच किए बिना, कर्मचारियों द्वारा मनमाने तरीके से धान काटा जा रहा है, जो खरीदी के मानकों के विपरीत है।
- शिकायतों की अनदेखी: किसानों ने शिकायत की कि वे कई दिनों से इस कटौती की शिकायत कर रहे थे, लेकिन किसी भी अधिकारी ने उनकी समस्या का संज्ञान नहीं लिया।
- नियमों का उल्लंघन: किसानों ने आरोप लगाया कि खरीदी प्रक्रिया में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है और बिना सही माप-तौल के धान की कटौती की जा रही है।
विरोध प्रदर्शन और राजनीतिक हस्तक्षेप
मनमानी कटौती से नाराज बड़ी संख्या में किसान खरीदी केंद्र के बाहर जमा हो गए और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थिति तनावपूर्ण होने पर जिला पंचायत सदस्य इंद्रजीत महाडिक मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों की समस्या सुनी और उन्हें शांत करने का प्रयास किया। महाडिक ने संबंधित अधिकारियों से तत्काल हस्तक्षेप करने और किसानों को हो रहे नुकसान को रोकने की मांग की।
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया और मनमानी कटौती बंद नहीं हुई, तो वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। इस मामले में प्रशासन की चुप्पी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।