प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिसमस के पावन अवसर पर राजधानी दिल्ली स्थित ‘सेक्रेड हार्ट कैथेड्रल’ चर्च का दौरा किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने न केवल विशेष प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया, बल्कि वहां मौजूद मसीही समुदाय के लोगों से बातचीत कर उन्हें पर्व की शुभकामनाएं भी दीं। प्रधानमंत्री का यह दौरा सामाजिक समरसता और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के उनके विजन को रेखांकित करने वाला माना जा रहा है।
चर्च में पीएम का भव्य स्वागत
जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी चर्च पहुंचे, वहां के पादरियों और समुदाय के गणमान्य लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पीएम ने चर्च के अंदर जाकर मोमबत्ती जलाई और शांति एवं कल्याण के लिए प्रार्थना की। इस दौरान चर्च के क्वायर (Choir) ने मधुर क्रिसमस गीत गाए, जिन्हें पीएम ने बड़ी एकाग्रता के साथ सुना।
मसीही समुदाय के साथ संवाद
प्रार्थना के बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद बच्चों और समुदाय के सदस्यों के साथ कुछ समय बिताया। उन्होंने बच्चों से बात की और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं। सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में प्रधानमंत्री चर्च परिसर में बेहद सहज नजर आ रहे हैं और समुदाय के लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रहे हैं।
राजनीतिक और सामाजिक महत्व
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि प्रधानमंत्री का चर्च जाना केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि यह देश के अल्पसंख्यक समुदायों के बीच विश्वास की बहाली का एक मजबूत संदेश है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने ईस्टर के मौके पर इसी चर्च का दौरा किया था। यह कदम दर्शाता है कि सरकार समावेशी संस्कृति और विविधता में एकता के भारतीय आदर्शों को प्राथमिकता दे रही है।
प्रधानमंत्री ने ट्विटर (X) के माध्यम से भी देशवासियों को क्रिसमस की बधाई देते हुए कहा, “ईसा मसीह के विचार और सेवा भाव लाखों लोगों को शक्ति प्रदान करते हैं।”