दिल्ली-एनसीआर के यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। मोदी सरकार ने दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण (Phase-4) के तहत तीन नई मेट्रो लाइनों के विस्तार को हरी झंडी दे दी है। इस फैसले से न केवल राजधानी की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, बल्कि लाखों दैनिक यात्रियों का सफर भी आसान हो जाएगा। इस नए विस्तार में कुल 13 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे।
किन रूट्स पर दौड़ेगी मेट्रो?
कैबिनेट द्वारा मंजूर किए गए प्रोजेक्ट्स में लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक, इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ और रिठाला से कुंडली (हरियाणा) तक के कॉरिडोर शामिल हैं।
- लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक: यह लाइन दक्षिण दिल्ली के महत्वपूर्ण व्यावसायिक और आवासीय क्षेत्रों को जोड़ेगी।
- इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ: इस कॉरिडोर के बनने से मध्य दिल्ली और पुरानी दिल्ली के बीच का सफर बेहद कम समय में तय हो सकेगा।
- रिठाला से कुंडली: यह दिल्ली मेट्रो का हरियाणा की ओर एक और बड़ा कदम है, जो नरेला और कुंडली के औद्योगिक क्षेत्रों को सीधे राजधानी से जोड़ेगा।
बुनियादी ढांचे और सुगमता पर जोर
इन नई लाइनों के निर्माण से दिल्ली मेट्रो का जाल और भी सघन हो जाएगा। 13 नए स्टेशनों के निर्माण से इंटरचेंज की सुविधा बढ़ेगी, जिससे यात्रियों को एक लाइन से दूसरी लाइन पर जाने के लिए लंबा चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। सरकार का मुख्य उद्देश्य सार्वजनिक परिवहन को इतना सुलभ बनाना है कि सड़कों पर निजी वाहनों का दबाव और प्रदूषण कम हो सके।
आर्थिक और सामाजिक प्रभाव
मेट्रो के इस विस्तार से एनसीआर के रियल एस्टेट सेक्टर को भी मजबूती मिलने की उम्मीद है। रिठाला-कुंडली जैसे क्षेत्रों में मेट्रो आने से वहां रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और कनेक्टिविटी बढ़ने से आम लोगों के जीवन स्तर में सुधार आएगा। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) जल्द ही इन प्रोजेक्ट्स पर निर्माण कार्य शुरू करने की तैयारी में है।