भारत की ओर से संभावित सैन्य कार्रवाई के डर से पाकिस्तान इन दिनों भारी तनाव में है। हालिया खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ (Operation Sindoor 2.0) की आहट महसूस कर रही है। इस खतरे से निपटने के लिए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास अपनी रक्षा प्रणाली को मजबूत करना शुरू कर दिया है और विशेष रूप से अत्याधुनिक एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं।
चीन और तुर्किए पर टिकी निगाहें
पाकिस्तान को सबसे बड़ा डर भारत की ड्रोन तकनीक और सर्जिकल स्ट्राइक की क्षमता से लग रहा है। अपनी सुरक्षा खामियों को भरने के लिए पाकिस्तानी सेना अब चीन और तुर्किए की ओर देख रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान इन दोनों देशों से नए और उन्नत काउंटर-ड्रोन हथियार और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम खरीदने की कोशिश में है। तुर्किए के बायरकतार ड्रोन और चीन के रडार सिस्टम पहले से ही पाकिस्तानी बेड़े का हिस्सा हैं, लेकिन अब वे विशेष रूप से भारतीय ड्रोन हमलों को निष्क्रिय करने वाली तकनीक की मांग कर रहे हैं।
क्या है ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का डर?
पिछले कुछ समय में सीमा पार से हो रही आतंकी गतिविधियों और घुसपैठ की कोशिशों पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। पाकिस्तान को अंदेशा है कि भारत एक बार फिर सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए किसी बड़े ऑपरेशन की योजना बना रहा है। इसे ‘ऑपरेशन सिंदूर 2.0’ का नाम दिया जा रहा है, जो संभवतः पिछली सर्जिकल स्ट्राइक से भी अधिक सटीक और तकनीकी रूप से उन्नत हो सकता है।
LOC पर बढ़ी हलचल
सीमा के पास पाकिस्तानी सेना ने न केवल नए हथियारों की खेप पहुंचाई है, बल्कि अपने कमांडरों को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश भी दिए हैं। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का यह कदम उसकी आंतरिक असुरक्षा को दर्शाता है। जहां भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को स्वदेशी तकनीक से मजबूत कर रहा है, वहीं पाकिस्तान को अपनी रक्षा के लिए विदेशी खरीद पर निर्भर रहना पड़ रहा है।