भारतीय सर्राफा बाजार में इस दिसंबर एक नया इतिहास रच गया है। वैश्विक बाजार में बढ़ती अनिश्चितता और घरेलू मांग में आए उछाल के कारण चांदी की कीमतों ने पहली बार ₹1,00,000 प्रति किलोग्राम का मनोवैज्ञानिक स्तर पार कर लिया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, चांदी के साथ-साथ सोने की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है।
चांदी की कीमतों में रिकॉर्ड तोड़ तेजी
दिसंबर महीने में चांदी की कीमतों में आया यह उछाल निवेशकों और आम खरीदारों के लिए चौंकाने वाला है। जानकारों का मानना है कि औद्योगिक मांग में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में डॉलर की स्थिति में बदलाव के कारण चांदी की कीमतों को समर्थन मिल रहा है। ज्वेलरी के अलावा सोलर पैनल और इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में चांदी की बढ़ती खपत ने इसकी कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। कई प्रमुख शहरों में चांदी की रिटेल कीमतें ₹1,02,000 से ₹1,05,000 के बीच कारोबार कर रही हैं।
सोने के दाम भी सातवें आसमान पर
सिर्फ चांदी ही नहीं, बल्कि सोने ने भी अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शादियों के सीजन और सुरक्षित निवेश की बढ़ती मांग के कारण 24 कैरेट सोने की कीमत ₹80,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गई है। IBJA के अपडेट के अनुसार, वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव (Geopolitical Tensions) के चलते निवेशक शेयर बाजार के मुकाबले सोने-चांदी को अधिक सुरक्षित विकल्प मान रहे हैं, जिससे कीमतों में यह निरंतर बढ़त बनी हुई है।
निवेशकों और खरीदारों पर असर
कीमतों में आई इस भारी वृद्धि का सीधा असर आम जनता की जेब पर पड़ रहा है। शादियों के लिए गहने खरीदने वालों को अब भारी कीमत चुकानी पड़ रही है। हालांकि, बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि कीमतों में फिलहाल बड़ी गिरावट की संभावना कम है। यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में यही रुख रहा, तो आने वाले हफ्तों में चांदी और सोने के भाव और भी ऊपर जा सकते हैं।